नयी दिल्ली, सात जनवरी भारत और मलेशिया ने मंगलवार को यहां एक बैठक में वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा परिवेश पर चर्चा की तथा आतंकवाद-रोधी एवं कट्टरपंथ-विरोधी कार्रवाई और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रथम भारत-मलेशिया सुरक्षा वार्ता की सह-अध्यक्षता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और मलेशिया की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के महानिदेशक राजा दातो नुशीरवान बिन जैनल आबिदीन ने की।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वार्ता के दौरान, उन्होंने महत्वपूर्ण खनिजों के लिए सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की। साथ ही, वार्षिक बैठकें आयोजित कर वार्ता को संस्थागत बनाने पर भी सहमति बनी।
बयान के अनुसार, ‘‘सुरक्षा वार्ता के दौरान, दोनों पक्षों ने वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा परिवेश पर विचारों का आदान-प्रदान किया और सुरक्षा, रक्षा एवं समुद्री क्षेत्रों में जारी द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की।’’
बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्ष आतंकवाद-रोधी और कट्टरपंथ विरोधी, साइबर सुरक्षा, रक्षा उद्योग और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।’’
मंत्रालय ने बयान में कहा कि यह वार्ता मलेशिया के प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर इब्राहिम की अगस्त 2024 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के न्योते पर भारत यात्रा के परिणामस्वरूप हुई है।
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