दूसरी मंजिल पर प्रेरक कार्यक्रम के दौरान लगी आग: दिल्ली पुलिस
(Photo Credit : Twitter)

नयी दिल्ली, 15 मई : दिल्ली (Delhi) में हुए अग्निकांड के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि मुंडका में इमारत की दूसरी मंजिल पर एक प्रेरक कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शिरकत कर रहे थे कि तभी भीषण आग लग गई और लोग इसमें फंस गए. दमकल अधिकारियों ने बताया कि इमारत की दूसरी मंजिल से सबसे ज्यादा शव बरामद किए गए. मामले के संबंध में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, "शुक्रवार को शाम करीब चार बजे सभी कर्मचारियों के लिए एक प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किया गया था और उन्हें इमारत की दूसरी मंजिल पर इकट्ठा किया गया था."

प्राथमिकी में कहा गया है कि पुलिस को शाम 4.45 बजे आग लगने और 100 से 150 लोगों के अंदर फंसे होने की सूचना मिली. प्राथमिकी के मुताबिक, पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि मुंडका गांव में मुख्य रोहतक मार्ग पर स्तंभ संख्या 544 के सामने परिसर संख्या 193 में आग लगी है और कुछ लोग दूसरी मंजिल की खिलड़ियों के शीशे तोड़कर इमारत से कूदे. यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा, मनसे को चेताया: शातिर राजनीति बंद करो, वरना बख्शा नहीं जाएगा

इसमें कहा गया है कि इमारत में एक तहखाना और चार मंजिलें हैं. चौथी मंजिल रिहायशी है. दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाना शुरू किया. पूछताछ के दौरान पता चला कि इमारत का मालिक मनीष लाकड़ा है, जो इमारत की चौथी मंजिल पर रहता है. पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने बताया कि प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की धारा 304,308, 120 और 34 के तहत दर्ज की गई है जिसमें सीसीटीवी कैमरों से जुड़ा काम करने वाली कंपनी के मालिकों को नामज़द किया गया है, जिन्होंने इमारत की तीन मंजिलों को किराए पर लिया हुआ था.

img