Telangana Elections: यदि बीआरएस तेलंगाना की सत्ता में फिर से आई तो योजनाओं के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाई जाएगी: केसीआर
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खानपुर (तेलंगाना), 26 नवंबर: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने रविवार को विश्वास जताया कि 30 नवंबर के विधानसभा चुनाव के बाद भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) राज्य की सत्ता में फिर से आएगी. उन्होंने कहा कि विभिन्न योजनाओं के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाई जाएगी. राव ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने यहां के लोगों की सहमति के बिना तत्कालीन हैदराबाद राज्य का आंध्र प्रदेश में विलय कर दिया और इस कदम से यहां के लोगों 58 वर्षों तक मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

राव को केसीआर के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने लोगों से कांग्रेस शासन के कल्याणकारी उपायों की तुलना 10 साल के बीआरएस शासन से करने को कहा. उन्होंने कहा, ‘‘कृपया उन (कांग्रेस) 50 वर्षों के दौरान उठाए गए कल्याणकारी कदमों की तुलना बीआरएस के 10 वर्षों के शासन से करें. कांग्रेस के शासनकाल में पेंशन मात्र 200 रुपये (प्रतिमाह) थी. बीआरएस ने ही इसे बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया। अब हम इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 5,000 रुपये तक करने जा रहे हैं.’’

उन्होंने कहा कि किसानों के लिए ‘रायथु बंधु’ निवेश सहायता योजना के तहत वित्तीय सहायता मौजूदा 10,000 रुपये से धीरे-धीरे बढ़ाकर 16,000 रुपये कर दी जाएगी. उन्होंने जनता से पूछा, ‘‘आज कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि केसीआर रायथु बंधु योजना लाकर जनता का पैसा बर्बाद कर रहे हैं। क्या यह फिजूलखर्ची है?’’ राव ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो ‘रायथु बंधु’ को बंगाल की खाड़ी में फेंक देगी. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इससे बिचौलियों का शासन वापस आ सकता है.

उन्होंने वादा किया कि अगर बीआरएस सरकार दोबारा सत्ता में आई तो सभी सफेद राशन कार्ड धारकों को बढ़िया गुणवत्ता का चावल देगी, क्योंकि राज्य अब सालाना तीन करोड़ टन धान का उत्पादन कर रहा है. केसीआर ने कहा कि तेलंगाना एकमात्र राज्य है, जो किसानों से सिंचाई जल शुल्क नहीं लेता है और यह किसानों को 24 घंटे मुफ्त बिजली भी प्रदान कर रहा है.

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