चंडीगढ़, 16 जुलाई किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मंगलवार को कहा कि हरियाणा में अंबाला के निकट शंभू सीमा पर लगाए गए अवरोधकों के हटने पर किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने कुछ दिन पहले ही हरियाणा सरकार को शंभू सीमा पर लगाए गए अवरोधकों को ‘प्रायोगिक आधार’ पर हटाने का निर्देश दिया था।
किसान 13 फरवरी से सीमा पर डेरा डाले हुए हैं।
हरियाणा सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया। अधिवक्ता अक्षय अमृतांशु के माध्यम से अपील दायर करते हुए राज्य सरकार ने अवरोधकों को लगाने के लिए कानून-व्यव्सथा का हवाला दिया था।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता डल्लेवाल ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के तहत राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच करेंगे।
डल्लेवाल ने कहा, “हमारा फैसला है कि जब भी सड़क (राजमार्ग) खुलेगी, हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे।”
उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जातीं तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
डल्लेवाल ने जोर देकर कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है कि किसानों ने राजमार्ग अवरुद्ध नहीं किया है।
डल्लेवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब वे (किसान) दिल्ली की ओर बढ़ेंगे तो ट्रैक्टर ट्रॉलियां साथ लेकर जाएंगे।
उन्होंने कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखना चाहते हैं।”
डल्लेवाल ने दिल्ली में जंतर-मंतर या रामलीला मैदान जाने की किसानों की मांग दोहराई और कहा कि उनका सड़क जाम करने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के फैसले के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि राजमार्ग को किसानों ने नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने जाम किया था।
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