प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)
चंडीगढ़, 20 अक्टूबर : केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने रोहतक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अरविंद शर्मा का विरोध करते हुए मंगलवार को उन्हें काले झंडे दिखाए. प्रदर्शनकारी किसानों ने उस समय काले झंडे लहराए जब अरविंद शर्मा अपनी कार में जींद जिले के जुलाना कस्बे से गुजर रहे थे.
दो-तीन प्रदर्शनकारी सांसद की गाड़ी के आगे लेट गए लेकिन पुलिस ने उन्हें तुरंत वहां से हटा लिया. पुलिस निरीक्षक समरजीत सिंह ने फोन पर कहा, "सांसद अरविंद शर्मा किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जुलाना आए थे. वह रोहतक लौट रहे थे, तभी कुछ प्रदर्शनकारी जुलाना में जमा हो गए." यह भी पढ़ें : Jharkhand Gangrape Case: गुमला में दो नाबलिग आदिवासी बहनों से सामूहिक बलात्कार के मामले में सात अन्य आरोपी गिरफ्तार
सिंह ने कहा कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और प्रदर्शनकारी बाद में तितर-बितर हो गए. प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा कि किसान कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तक प्रदर्शन जारी रखेंगे और भाजपा तथा जननायक जनता पार्टी के नेताओं के सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध करते रहेंगे.
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Farmer Protest: किसानों ने रोहतक में सांसद को काले झंडे दिखाए
केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने रोहतक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अरविंद शर्मा का विरोध करते हुए मंगलवार को उन्हें काले झंडे दिखाए.
एजेंसी न्यूज
Bhasha|
Oct 20, 2021 09:11 AM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)
चंडीगढ़, 20 अक्टूबर : केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने रोहतक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अरविंद शर्मा का विरोध करते हुए मंगलवार को उन्हें काले झंडे दिखाए. प्रदर्शनकारी किसानों ने उस समय काले झंडे लहराए जब अरविंद शर्मा अपनी कार में जींद जिले के जुलाना कस्बे से गुजर रहे थे.
दो-तीन प्रदर्शनकारी सांसद की गाड़ी के आगे लेट गए लेकिन पुलिस ने उन्हें तुरंत वहां से हटा लिया. पुलिस निरीक्षक समरजीत सिंह ने फोन पर कहा, "सांसद अरविंद शर्मा किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जुलाना आए थे. वह रोहतक लौट रहे थे, तभी कुछ प्रदर्शनकारी जुलाना में जमा हो गए." यह भी पढ़ें : Jharkhand Gangrape Case: गुमला में दो नाबलिग आदिवासी बहनों से सामूहिक बलात्कार के मामले में सात अन्य आरोपी गिरफ्तार
सिंह ने कहा कि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और प्रदर्शनकारी बाद में तितर-बितर हो गए. प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा कि किसान कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तक प्रदर्शन जारी रखेंगे और भाजपा तथा जननायक जनता पार्टी के नेताओं के सार्वजनिक कार्यक्रमों का विरोध करते रहेंगे.