नयी दिल्ली, तीन नवंबर कांग्रेस ने रविवार को महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह गठबंधन ‘विश्वासघात’ के आधार पर बना है और राज्य की जनता वादे पूरे नहीं करने के लिए उन्हें माफ नहीं करेगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि राज्य में किसान सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं, क्योंकि उनसे किए गए बड़े-बड़े वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं।
रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया, ‘‘महायुति एक ऐसी सरकार है जो विश्वासघात पर बनी हुई है - भरोसे से विश्वासघात, विचारधारा से विश्वासघात और स्वयं महाराष्ट्र के लोगों से विश्वासघात पर। किसान इनके राज में सबसे ज्यादा उपेक्षित रहे हैं। सरकार ने उन्हें सिर्फ बड़े-बड़े वादे दिए हैं, हासिल कुछ भी नहीं हुआ है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ जिन लोगों ने जलयुक्त शिवार का वादा किया था, उन्होंने केवल जलमुक्त शिवार ही दिया है। महाराष्ट्र उन्हें माफ नहीं करेगा।’’
उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2019 में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मराठवाड़ा से एक जल ग्रिड बनाने के लिए 20,000 से 25,000 करोड़ के पैकेज का वादा किया था। कहा गया था कि इससे हर गांव में पाइप से पीने का पानी पहुंचाया जाएगा।
रमेश ने कहा, ‘‘इस साल गर्मियों में इस वादे के पांच साल पूरे हो गए - और यह मराठवाड़ा में सबसे अधिक पानी की कमी वाले वर्षों में से एक था। मराठवाड़ा में 600 से अधिक गांव और 178 बस्तियां पीने के पानी की भारी कमी के कारण पानी के टैंकरों पर निर्भर थे।’’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पिछले वर्ष के 40 प्रतिशत की तुलना में जलाशयों में केवल 19 प्रतिशत पीने का पानी बचा था।
रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘मराठवाड़ा की जीवन रेखा गोदावरी नदी का भी गला घोंट दिया गया है। वर्ष 2022 में इसकी सफाई के लिए 88 करोड़ रुपए कथित तौर पर आवंटित किए गए थे लेकिन पानी की गुणवत्ता में कोई सार्थक सुधार नहीं हुआ।’’
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