देश की खबरें | किशोर की आत्महत्या पर परिवार ने कोचिंग संस्थान को दोषी ठहराया

कोटा(राजस्थान), नौ जुलाई पुलिस ने रविवार को बताया कि 17 वर्षीय जेईई कोचिंग छात्र की मौत की जांच की जा रही है जिसने कथित तौर पर यहां अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली थी। उसके परिवार ने दावा किया था कि उसके कोचिंग संस्थान में उसे परेशान किया गया था।

महावीर नगर पुलिस थाने के क्षेत्र निरीक्षक परमजीत पटेल ने बताया कि बहादुर सिंह की कुछ दिन पहले कोचिंग संस्थान में एक अन्य छात्र के साथ झड़प हुई थी, जिसके बाद उसे संस्थान से निकाल दिया गया था।

अधिकारी ने कहा कि मृतक के भाई ने पुलिस को दी शिकायत में कोचिंग संस्थान पर उसके भाई को परेशान करने का आरोप लगाया है। हालांकि, संस्थान के खिलाफ लगाए गए आरोप की अभी जांच होनी बाकी है।

उन्होंने कहा कि कमरे से बरामद आत्महत्या पत्र में पीड़ित ने कोचिंग संस्थान द्वारा परेशान करने को लेकर कुछ नहीं लिखा है।

अधिकारी ने कहा,''उसने उल्लेख किया है कि वह दो सालों से त्वचा की गंभीर बीमारी से पीड़ित था और इससे वह पूरी तरह से टूट गया था।''

परिजनों के आरोप को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने मौत के कारणों की जांच के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और पोस्टमार्टम के बाद रविवार की सुबह शव परिजनों को सौंप दिया गया।

बहादुर सिंह का शव शनिवार सुबह यहां महावीर नगर इलाके में उसके कमरे में पंखे से लटका मिला।

मृतक के भाई जय भीम सिंह ने रविवार सुबह कोटा पहुंचकर आरोप लगाया कि कोचिंग संस्थान के अध्यापकों ने उसे परेशान किया है। उसने दावा किया कि निष्कासन के बाद वह अवसाद में आ गया था।

इस मुद्दे पर पूछे गए सवालों पर कोचिंग संस्थान की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

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