जयपुर, 27 दिसम्बर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के बेहतरीन प्रबंधन से प्रदेश में कोरोना की स्थिति अब काफी नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमित मृत्यु दर लगातार कम हो रही है, स्वस्थ दर बढ़ रही है और मामलों के दोगुना होने का समय जो नवम्बर में 58 दिन हो गया था, अब 214 दिन हो गया है। उन्होंने कहा कि यह सब सुखद संकेत हैं, लेकिन जब तक कोरोना पूरी तरह नहीं चला जाता तब तक हमें इसी मुस्तैदी के साथ काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि अब टीकाकरण की तैयारियों को और तेज करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए उन्होंने राज्य स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक चिकित्सा एवं अन्य संबंधित कार्मिकों को गहन प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए हैं।
गहलोत रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि टीके के परिवहन के साथ-साथ प्रशिक्षण एवं लोगों को इसके लिए प्रेरित करने पर विशेष जोर दिया जाए। उन्होंने टीके के लिए केंद्रों पर तमाम सुविधाएं विकसित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तरह हमें टीकाकरण प्रबंधन में भी उसी भावना और मनोयोग के साथ पूरी तैयारी से जुटना है।
उन्होंने विभिन्न देशों में टीकाकरण के अनुभव का भी गहन विश्लेषण करने के निर्देश दिए और कहा कि प्रदेश की परिस्थितियों में उनके प्रभाव का भी अभी से आकलन किया जाए।
यहां के एसएमएस मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सुधीर भण्डारी ने बताया कि एसएमएस तथा इससे संबद्ध अस्पतालों में 15 आदर्श टीकाकरण केंद्र विकसित किए जा रहे हैं। इन्हीं के अनुरूप प्रदेश के अन्य चिकित्सालयों में भी टीकाकरण केंद्र बनाए जा सकते हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञ डा. वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि सर्दी बढ़ने पर इस बीमारी के बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई थी, लेकिन मामलों की संख्या लगातार कम होना यह संकेत भी देता है कि हम ‘हर्ड इम्यूनिटी’ (सामूहिक प्रतिरक्षा) के नजदीक हो सकते हैं।
कुंज
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)
जयपुर, 27 दिसम्बर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार के बेहतरीन प्रबंधन से प्रदेश में कोरोना की स्थिति अब काफी नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमित मृत्यु दर लगातार कम हो रही है, स्वस्थ दर बढ़ रही है और मामलों के दोगुना होने का समय जो नवम्बर में 58 दिन हो गया था, अब 214 दिन हो गया है। उन्होंने कहा कि यह सब सुखद संकेत हैं, लेकिन जब तक कोरोना पूरी तरह नहीं चला जाता तब तक हमें इसी मुस्तैदी के साथ काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि अब टीकाकरण की तैयारियों को और तेज करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए उन्होंने राज्य स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक चिकित्सा एवं अन्य संबंधित कार्मिकों को गहन प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए हैं।
गहलोत रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि टीके के परिवहन के साथ-साथ प्रशिक्षण एवं लोगों को इसके लिए प्रेरित करने पर विशेष जोर दिया जाए। उन्होंने टीके के लिए केंद्रों पर तमाम सुविधाएं विकसित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तरह हमें टीकाकरण प्रबंधन में भी उसी भावना और मनोयोग के साथ पूरी तैयारी से जुटना है।
उन्होंने विभिन्न देशों में टीकाकरण के अनुभव का भी गहन विश्लेषण करने के निर्देश दिए और कहा कि प्रदेश की परिस्थितियों में उनके प्रभाव का भी अभी से आकलन किया जाए।
यहां के एसएमएस मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सुधीर भण्डारी ने बताया कि एसएमएस तथा इससे संबद्ध अस्पतालों में 15 आदर्श टीकाकरण केंद्र विकसित किए जा रहे हैं। इन्हीं के अनुरूप प्रदेश के अन्य चिकित्सालयों में भी टीकाकरण केंद्र बनाए जा सकते हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञ डा. वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि सर्दी बढ़ने पर इस बीमारी के बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई थी, लेकिन मामलों की संख्या लगातार कम होना यह संकेत भी देता है कि हम ‘हर्ड इम्यूनिटी’ (सामूहिक प्रतिरक्षा) के नजदीक हो सकते हैं।
कुंज
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