विदेश की खबरें | कोलंबिया के पूर्व विद्रोही गुस्तावो पेट्रो ने ली राष्ट्रपति पद की शपथ
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

उन्होंने असमानता से लड़ने और सरकार तथा गुरिल्ला समूहों के बीच लंबे समय तक चले युद्ध से पीड़ित देश के इतिहास में अहम बदलाव लाने का वादा किया है।

कोलंबिया के एम-19 गुरिल्ला समूह के पूर्व सदस्य गुस्तावो पेट्रो ने कंजर्वेटिव दलों को हराकर जून में चुनाव जीता था।

पूर्व विद्रोही पेट्रो की जीत कोलंबिया के लिए असाधारण घटना थी, क्योंकि देश में मतदाता वामपंथी नेताओं का समर्थन नहीं करते थे। वामपंथी नेताओं पर अक्सर अपराध पर नरम रवैया रखने या गुरिल्लाओं से सहानुभूति रखने का आरोप लगाया जाता है।

कोलंबिया की सरकार और सशस्त्र गुटों के बीच 2016 में हुए शांति समझौते के बाद से मतदाताओं का ध्यान हिंसक संघर्षों से हटकर गरीबी और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं की ओर केंद्रित हुआ।

पेट्रो (62) ने गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों पर खर्च और ग्रामीण इलाकों में निवेश बढ़ाकर कोलंबिया की सामाजिक एवं आर्थिक असमानताओं को दूर करने का वादा किया है।

उन्होंने यह भी कहा कि वह मादक पदार्थ के रास्तों, सोने की खदानों और अन्य संसाधनों को लेकर लड़ रहे शेष विद्रोही समूहों के साथ शांति वार्ता शुरू करना चाहते हैं।

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