लखनऊ, 16 अप्रैल समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि पूरा राज्य अराजकता और जंगलराज की गिरफ्त में है।
अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा, "उत्तर प्रदेश अराजकता की गिरफ्त में है। गत पांच वर्षों से यही स्थिति बनी हुई है। पूरे दिन मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) बुलडोजर का स्टेयरिंग लिए विपक्षियों के पीछे घूम रहे हैं जबकि सत्ता संरक्षित अपराधी कहर बरपा रहे हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया, "मुख्यमंत्री का कथित ‘जीरो टॉलरेंस’ का निर्णय लोकभवन के अंदर या मुख्यमंत्री आवास तक ही सीमित नज़र आता है। अपराधी तत्व बेफिक्र होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पूरे प्रदेश में जंगल राज नज़र आता है।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने हाल में घटित कुछ प्रमुख आपराधिक वारदातों का जिक्र करते हुए कहा, "फिरोजाबाद में बेखौफ बदमाश सर्राफ को गोली मारकर जेवरों से भरा बैग लूट ले गए। संत कबीरनगर में अपहरण करके बालक की हत्या कर दी गई। प्रतापगढ़ के जेठवारा क्षेत्र के नारायनपुर में भी एक सर्राफा व्यापारी को लूट के बाद गोली मारकर बदमाश भाग गए। प्रयागराज में नवाबगंज में राहुल तिवारी के परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या हुई। गोरखपुर में ऑटो से जा रही महिला का गुलरिहा थाना क्षेत्र में मंगलसूत्र छीन लिया गया। बांदा में सत्ता संरक्षित गुंडों द्वारा अतुल गुप्ता की पिटाई के बाद हत्या कर दी गई। शाहजहांपुर में भाजपा नेता द्वारा युवक की पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है।"
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘प्रदेश में कारोबारियों की जिंदगी खतरे में है। पिछले 15 दिन में छह कारोबारियों से लूट हो गई। बरेली के कपड़ा व्यवसायी से बदायूं में दिन-दहाड़े लूट हुई। महोबा जिले के अजनर थाना क्षेत्र में एक युवक के साथ हैवानियत की हद हो गई। उत्तर प्रदेश में अन्याय-अत्याचार से बहू-बेटियां बुरी तरह परेशान हैं।"
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था को देखते हुए आखिर कौन निवेश के लिए आगे आएगा? ऐसा लगता है भाजपा सरकार का इरादा प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने का नहीं, प्रदेश के गौरव को धूल धूसरित कर देने का है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)