यूरो 2020 में यह एकमात्र मैच था जिसे इंग्लैंड ने वेम्बले स्टेडियम से बाहर खेला था और इसी में उसने सबसे दबदबे वाला प्रदर्शन किया।
शनिवार को खेले गये मैच में केन ने चौथे और 50वें मिनट में गोल दागे। उनके अलावा हैरी मैगुआयर (46वें मिनट) और जोर्डन हेंडरसन (63वें मिनट) ने भी गोल किये। यह इंग्लैंड का टूर्नामेंट में लगातार पांचवां मैच है जिसमें उसने अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम को गोल नहीं करने दिया।
यह 1966 के विश्व कप फाइनल के बाद पहला अवसर है जबकि इंग्लैंड ने किसी बड़े टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में चार गोल किये। उसने 1966 में पश्चिम जर्मनी को 4-2 से हराया था।
इंग्लैंड की टीम अब वापस लंदन लौटेगी जहां बुधवार को उसका सामना डेनमार्क से होगा जिसने बाकू में खेले गये मैच में चेक गणराज्य को 2-1 से हराया।
केन ने कहा, ‘‘हमें वेम्बले में सेमीफाइनल खेलने को मिलेगा। एक टीम, एक देश के रूप में हमारे लिये क्या शानदार मौका है। यह हमारे लिये शानदार अवसर है और हमें इसका पूरा फायदा उठाना होगा। ’’
इंग्लैंड इससे पहले आखिरी बार यूरोपीय चैंपियनशिप के फाइनल में 1996 में पहुंचा था लेकिन अब उसके सामने सबसे बड़ा लक्ष्य 1996 की विश्व कप जीत को दोहराना होगा।
एपी
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