चौथी पारी में जीत के लिए 164 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम 89 रन पर चौथा विकेट गंवाने के बाद संकट में थी लेकिन स्पिनरों की मददगार पिच पर सिबले और अनुभवी बटलर की जोड़ी ने कोई और क्षति नहीं होने दी।
सिबले इससे पहले तीन पारियों में सिर्फ छह रन बना सके थे लेकिन उन्होंने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेल फार्म में वापसी की।
पहली पारी में सात विकेट लेने वाले लेसिथ एम्बुलडेनिया ने दूसरी पारी में तीन विकेट लेकर श्रीलंका की उम्मीदे कायम की लेकिन उन्हें दूसरे गेंदबाजों का बेहतर साथ नहीं मिला।
इंग्लैंड ने जॉक क्राउली (13) का विकेट जल्दी गंवा दिया। चाय के विश्राम के बाद जॉनी बेयरस्टॉ (29), कप्तान जो रूट (11) और डैन लौरेंस (02) जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गये।
इंग्लैंड ने इससे पहले श्रीलंका में पिछले पांच टेस्ट मैच जीते हैं। उसने इसी मैदान पर खेला गया पहला टेस्ट मैच सात विकेट से जीता था।
श्रीलंका ने हालांकि अपने 381 रन के जवाब में इंग्लैंड को 344 रन पर आउट करके पहली पारी में 37 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की थी लेकिन उसकी टीम दूसरी पारी में केवल 126 रन पर सिमट गयी।
श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने गैरजिम्मेदाराना शॉट खेले। इंग्लैंड के स्पिनरों जैक लीच और डॉम बेस ने चार - चार विकेट लिये जबकि कप्तान जो रूट ने लगातार गेंदों पर विकेट लेकर श्रीलंका की पारी का अंत किया। इस तरह से सभी 10 विकेट स्पिनरों को मिले।
श्रीलंका की तरफ से दसवें नंबर के बल्लेबाज एम्बुलडेनिया ने 42 गेंदों पर सर्वाधिक 40 रन बनाये। रूट ने उन्हें बेयरस्टॉ के हाथों कैच कराने के बाद असिता फर्नांडो को बोल्ड किया। एम्बुलडेनिया ने सुरंगा लखमल (नाबाद 11) के साथ नौवें विकेट के लिये 48 रन जोड़े जो श्रीलंकाई पारी की सबसे बड़ी साझेदारी थी।
एम्बुलडेनिया ने इससे पहले इंग्लैंड की पहली पारी में 137 रन देकर सात विकेट लिये थे।
श्रीलंका का शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया और लंच तक उसका स्कोर छह विकेट पर 67 रन था।
इंग्लैंड के स्पिनर पहली पारी में विकेट नहीं ले पाये थे लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने पिच से मिल रहे टर्न और उछाल का पूरा फायदा उठाया।
इंग्लैंड ने चार ओवर बाद ही स्पिन आक्रमण लगा दिया था। लीच ने कुसाल परेरा (14) को आउट करके पहला विकेट लिया जबकि बेस ने ओशादा फर्नांडो (तीन) को पवेलियन भेजा। लाहिरू तिरिमाने ने 13 रन बनाने के बाद लीच की गेंद शार्ट लेग पर खड़े जॉक क्राउले के पास पहुंचायी।
पहली पारी में शतक जड़ने वाले एंजेलो मैथ्यूज (पांच) बेस की गेंद स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड हुए। कार्यवाहक कप्तान दिनेश चंदीमल (नौ) ने लीच पर चौका जड़ने के बाद अगली गेंद पर भी बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में सीमा रेखा पर कैच दिया।
पहली पारी में अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर 92 रन बनाने वाले निरोशन डिकवेला आउट होने वाले अगले बल्लेबाज थे। उन्होंने सात रन बनाये और बेस की गेंद पर कवर में डेनियल लॉरेन्स को आसान कैच दिया।
पहली पारी में शतक लगाने वाले इंग्लैंड के कप्तान रूट मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज रहे। उन्होंने इस श्रृंखला में चार पारियों में 426 रन बनाये।
इंग्लैंड की टीम यहां से चेन्नई के लिए रवाना होगी जहां उसे भारत के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले दो मैच खेलने है।
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