अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट मंगलवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के नजदीक स्थित उच्च सुरक्षा वाले एक इलाके में हुआ। विस्फोट के बाद हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मीरवाइज स्टानेकजई ने बुधवार को कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक वक्तव्य जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला ऐसे समय हुआ जब आतंकवादी समूह तालिबान ने आक्रमण तेज कर दिया है और देश के दक्षिण एवं पश्चिम हिस्सों में प्रांतीय राजधानियों पर दबाव बना रखा है।
मुजाहिद ने बयान में कहा कि हमला अफगान राष्ट्रीय बलों द्वारा विभिन्न प्रांतों में हाल में किए गए हमलों का बदला लेने के लिए किया गया।
स्टानेकजई ने कहा कि ऐसा लगता है कि हमला कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्ला खान मोहम्मदी के अतिथि-गृह को निशाना बनाकर किया गया, मंत्री सुरक्षित हैं।
उनकी पार्टी जमीयत ए इस्लामी के एक नेता ने सूचित किया कि घटना के वक्त मंत्री घर पर नहीं थे और उनके परिजनों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया।
स्टानेकजई ने कहा कि पांच घंटे तक चली मुठभेड़ में चार हमलावरों को मार गिराया गया। उन्होंने कहा कि विस्फोट शेरपुर इलाके में हुआ जो राजधानी के बेहद सुरक्षित इलाकों में से एक है। यहां सरकार के अनेक वरिष्ठ अधिकारी रहते हैं।
घटना के कई घंटों बाद रक्षा मंत्रालय की ओर से एक वीडियो जारी किया गया जिसमें मोहम्मदी ने कहा कि आत्मघाती हमले में उनके सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
काबुल पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता ने बताया कि इलाके से सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सुरक्षाकर्मियों ने घटना के बाद घर-घर जाकर तलाशी ली।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान में नागरिकों पर किये जा रहे हमलों और आतंकवाद की घटनाओं की मंगलवार को कड़े शब्दों में निंदा की, वहीं तालिबान द्वारा सत्ता पाने की कोशिशों पर विरोध जताया।
सुरक्षा परिषद ने एक प्रेस वक्तव्य में कहा कि अफगान सरकार और तालिबान को राजनीतिक समाधान और संघर्ष विराम की दिशा में प्रगति के लिए एक समावेशी और अफगान नीत शांति प्रक्रिया में मिलकर सार्थक तरीके से काम करना चाहिए।
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