नयी दिल्ली, नौ नवंबर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन मामले में गिरफ्तार किये गये दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन पर बुधवार को तिहाड़ जेल में विशेष सुविधा हासिल करने का आरोप लगाया।
ईडी ने जैन की अर्जी के विरोध में अपनी दलीलें पूरी करते हुए विशेष न्यायाधीश विकास धुल के सामने यह आरोप लगाया। उसने (ईडी ने) यह आरोप लगाया कि जैन के विरूद्ध स्पष्ट तौर पर धनशोधन का मामला बनता है।
ईडी का पक्ष रखते हुए अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल (एएसजी) एस वी राजू ने कहा, ‘‘ कर्फ्यू के दौरान भी अज्ञात व्यक्ति जैन का मसाज/पैरों का मसाज कर रहे थे। उन्हें विशेष भोजन भी परोसा गया।’’
एएसजी ने अदालत को कुछ सीसीटीवी तस्वीरें भी दिखायीं और आरोप लगाया कि ज्यादातर समय जैन अस्पताल में रहे या जेल के अंदर सुविधाओं का उपभोग करते रहे।
उन्होंने अदालत से कहा, ‘‘देखिये, चेयर पर मसाज चल रहा है, पेपर (अखबार) दिये जा रहे हैं।’’
ईडी ने कहा कि उसके पास इस बात का सबूत है कि जैन का हमेशा आरोपी कंपनी पर नियंत्रण है।
एएसजी ने कहा, ‘‘ पैसे की हेराफेरी की गयी तथा नकली व्यक्तियों को निदेशक बनाया गया जिन्हें कंपनी के बारे में तनिक भी जानकारी नहीं थी। जैन लाभकारी स्वामी थे।’’
उन्होंने कहा कि जैन ने जांच के दौरान सहयोग नहीं किया और झूठी गवाही देकर एवं गलत गयान दर्ज कराकर एजेंसी को गुमराह किया।
जैन के वकील ने अदालत से कहा कि ईडी की दलीलों पर अगली सुनवाई के दौरान वह अपना जवाब देना शुरू करेंगे । उसके बाद न्यायाधीश ने बृहस्पतिवार के लिए मामले को स्थगित कर दिया।
जैन फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी ने सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर जैन एवं अन्य को धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत धनशोधन के मामलों में गिरफ्तार किया था। जैन पर आरोप है कि उन्होंने अपने से जुड़ी चार कंपनियों के मार्फत धनशोधन किया। सीबीआई ने 2017 में जैन के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी।
अदालत ने इससे पहले ईडी को आबकारी नीति मामले में जैन से पूछताछ करने की इजाजत दी थी। ईडी ने जेल के अंदर 16 सितंबर को जैन से पूछताछ की थी।
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