मुंबई, 29 जनवरी व्यापक बिकवाली के चलते शुक्रवार को लगातार छठे दिन घरेलू शेयर बाजार गिरावट में बंद हुए। सेंसेक्स 588 अंक से अधिक लुढ़क गया जबकि निफ्टी में करीब 183 अंक की गिरावट आयी।
भारी उथल-पुथल भरे सत्र में दोनों प्रमुख सूचकांक बढ़त और नुकसान के बीच झूलते रहे।
दिन में मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक समीक्षा 2020-21 पेश किया। वह सोमवार को केंद्रीयबजट पेश करने वाली हैं।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 588.59 अंक यानी 1.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 46,285.77 अंक पर बंद हुआ। अब तक पिछले छह सत्र में सेंसेक्स में 3,506.35 अंक यानी 7.04 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। शुक्रवार को सेंसेक्स में 1,263.20 अंक के दायरे में उतार-चढ़ाव आया।
इसी तरह एनएसई का निफ्टी 182.95 अंक यानी 1.32 प्रतिशत कम होकर 13,634.60 अंक पर बंद हुआ। पिछले छह दिनों में एनएसई 1,010.10 अंक यानी 6.89 प्रतिशत गिर चुका है।
सेंसेक्स की कंपनियों में 26 के शेयर गिरावट में रहे। डॉ रेड्डीज, मारुति सुजुकी, भारती एयरटेल, बजाज ऑटो, इंफोसिस, टीसीएस और बजाज फिनसर्व नुकसान में रहने वाली प्रमुख कंपनियां रहीं।
दूसरी ओर, इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक बढ़त के साथ बंद हुए।
विश्लेषकों का मानना है कि मुख्य रूप से केंद्रीय बजट और महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाक्रमों से पहले मुनाफावसूली की वजह से घरेलू बाजारों में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बृहस्पतिवार को 3,712.51 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिक्री की।
शुक्रवार को एशियाई बाजार भी गिरवट में रहे। एशियाई बाजारों में कई महीनों की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गयी।
विदेशी मुद्रा बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया नौ पैसे बढ़कर 72.96 पर बंद हुआ।
कच्चा तेल का वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.66 प्रतिशत बढ़कर 55.42 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)