जरुरी जानकारी | घरेलू बचत 2023-24 में बढ़ने की संभावना: रिपोर्ट

मुंबई, 21 मई क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स ने मंगलवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में घरेलू बचत बढ़ने की संभावना है।

विश्लेषण फर्म ने कहा कि शुरुआती संकेतक बताते हैं कि वित्त वर्ष 2023-24 में घरेलू बचत रफ्तार पकड़ेगी, जबकि घरेलू देनदारियों में वृद्धि घट जाएगी।

एक रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘शुरुआती आंकड़े वित्त वर्ष 2023-24 में घरेलू बचत के साथ समग्र बचत दर में तेजी का संकेत देते हैं।’’ इसमें कहा गया है कि अर्थव्यवस्था में कुल बचत में घरेलू बचत की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

गौरतलब है कि पिछले साल जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की शुद्ध वित्तीय घरेलू बचत दर 7.3 प्रतिशत से घटकर 47 साल के निचले स्तर 5.3 प्रतिशत पर आ गई।

क्रिसिल की रिपोर्ट में बताया गया कि महामारी के बाद से आम लोग बचत की तुलना में तेज गति से उधार ले रहे हैं।

रिपोर्ट में कहा गया कि बैंकों के खुदरा ऋण को बढ़ावा देने और उधार लेने की अधिक इच्छा जैसे कारकों के चलते परिवारों में ऋण की प्रवृत्ति बढ़ रही है।

इसमें कहा गया कि 2023-24 में बैंक की जमा वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 9.6 प्रतिशत थी। दूसरी ओर बैंकों के खुदरा ऋण की वृद्धि दर घटी है। रिपोर्ट में रियल एस्टेट में उच्च निवेश की प्रवृत्ति जारी रहने की ओर भी इशारा किया।

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