देश की खबरें | द्रमुक, कांग्रेस तमिलनाडु के लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही हैं: भाजपा

नयी दिल्ली, तीन जनवरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तमिलनाडु की अपनी महिला इकाई के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के लिए शुक्रवार को द्रमुक नीत सरकार की आलोचना की और उस पर यौन उत्पीड़न पीड़िता के पक्ष में न्याय की मांग के लिए मार्च निकालने के 'संवैधानिक अधिकार' से वंचित करने का आरोप लगाया।

पार्टी ने दावा किया कि तमिलनाडु प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की कई नेताओं को पुलिस ने उस वक्त या तो हिरासत में लिया या 'नजरबंद' कर दिया जब वे अन्ना विश्वविद्यालय परिसर में एक छात्रा के साथ हुई यौन हिंसा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मदुरै से चेन्नई तक रैली निकालने की कोशिश कर रही थीं।

भाजपा ने कहा कि इससे यह खुलासा हो गया है कि विपक्षी गठबंधन के 'संविधान की प्रति लहराने वाले सदस्य' तमिलनाडु के लोगों के 'संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करने के लिए सब कुछ' करते हैं।

पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव चंद्रशेखर ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''मार्च निकालना हर किसी का अधिकार है।"

उन्होंने आरोप लगाया, "मैं आपके माध्यम से हर स्तर पर संविधान की बात करने वाले और संविधान की प्रति लहराने वाले 'इंडी' गठबंधन के सदस्यों का विशेष रूप से बताना चाहता हूं कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 19 (1) (ख) देश में कहीं भी किसी भी सभा को एकत्र होने का अधिकार देता है।"

उन्होंने कहा कि संवैधानिक अधिकारों के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को 'गिरफ्तार' किया गया।

चंद्रशेखर ने कहा, "वे इसे एहतियातन गिरफ्तारी कहते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से स्पष्ट हो जाता है कि कैसे 'इंडिया गठबंधन', द्रमुक और कांग्रेस एक तरफ संविधान की बात करती हैं लेकिन दूसरी तरफ तमिलनाडु के लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन करने के लिए सब कुछ करती हैं।"

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पिछले महीने यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार ज्ञानशेखरन सत्तारूढ़ द्रमुक का पदाधिकारी है।

उन्होंने आरोप लगाया, ''यह सामने आया है कि वह कोई साधारण यौन अपराधी नहीं है बल्कि द्रमुक का एक पदाधिकारी है और द्रमुक के शीर्ष नेतृत्व के साथ उसके संबंध होने के कई उदाहरण, तस्वीरें और साक्ष्य हैं।"

प्राथमिकी का हवाला देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि आरोपियों ने पीड़िता को शिकायत दर्ज कराने की हिमाकत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है।

उन्होंने कहा, "इस तरह की अराजकता, इस तरह का भय का माहौल है जो द्रमुक पदाधिकारी और द्रमुक सरकार तमिलनाडु के लोगों पर थोप रहे हैं।"

उन्होंने कहा, ''हिस्ट्रीशीटर, हिंसक अपराधी, यौन अपराधी द्रमुक सरकार के पर्याय बन गए हैं। पुलिस और सरकार के संरक्षण में सब हो रहा है।"

चंद्रशेखर ने दावा किया कि तमिलनाडु में भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में उसके सहयोगी "एकमात्र दल" हैं जिन्होंने बार-बार इस मुद्दे को उठाया है और छात्रा के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।

भाजपा नेता ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि जिन राज्यों में वह सत्ता में है वहां 'आर्थिक कुप्रबंधन' है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने झूठे वादों और रेवड़ियां बांटने की राजनीति से हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक को दिवालिया होने पर मजबूर कर दिया है।

उन्होंने कहा, "इसका सबूत यह है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री (सुखविंदर सिंह सुक्खू) ने अब बिजली के दाम बढ़ाने की बात कही है। इसी तरह कर्नाटक में वे (कांग्रेस) बस किराया 15 प्रतिशत बढ़ा रहे हैं।"

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