नयी दिल्ली, चार नवंबर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद के समाधान में कूटनीतिक गुंजाइश मौजूद है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या में भारतीय एजेंट का हाथ होने का आरोप लगाया था, जिसके बाद से दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण हैं।
विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे के संपर्क में हैं और उम्मीद है कि इस विवाद के समाधान का एक रास्ता निकलेगा। उन्होंने कहा कि "संप्रभुता और संवेदनशीलता" एकतरफा नहीं हो सकती।
जयशंकर ने 'हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट' में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यहां कूटनीति के लिए जगह है। मुझे पता है कि कनाडा में मेरी समकक्ष ने भी यही रुख जाहिर किया है। इसलिए, हम एक-दूसरे के संपर्क में हैं।”
विदेश मंत्री ने कहा, “मुझे आशा है कि हम एक रास्ता खोज लेंगे... संप्रभुता, संवेदनशीलता-ये एकतरफा रास्ते नहीं हो सकते। उनकी अपनी चिंताएं हो सकती हैं। मैंने कभी किसी देश से यह नहीं कहा कि मैं उनकी वैध चिंताओं के बारे में उनसे बात करने को तैयार नहीं हूं। लेकिन ऐसा नहीं हो सकता कि बातचीत में मेरी चिंताओं और संवेदनाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया जाए।”
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