इस्लामाबाद, 17 अक्टूबर पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने गोपनीय राजनयिक दस्तावेज लीक करने के मामले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के अभ्यारोपण की कार्रवाई को मंगलवार को अगले सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दिया।
यह मामला उस राजनयिक दस्तावेज से संबद्ध है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष खान ने पिछले साल अप्रैल में उन्हें सत्ता से बेदखल करने की कथित तौर पर साजिश रचने को लेकर अपने विरोधियों की आलोचना करने के लिए किया था।
यह दस्तावेज उनके पास से कथित तौर पर गुम हो गया। खान की पार्टी का आरोप है कि दस्तावेज में खान को पद से हटाने को लेकर अमेरिका द्वारा दी गई धमकी थी।
विशेष अदालत के न्यायाधीश अबुल हसनत जुल्करनैन ने मंगलवार को रावलपिंडी की अदियाला जेल में इस मामले की बंद कमरे में सुनवाई शुरू की।
‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार, वकील सलमान सफदर और खालिद यूसुफ चौधरी 71 वर्षीय खान के वकील के रूप में उपस्थित हुए।
देश के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की पत्नी और बेटी भी अदालत पहुंचीं लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि उन्हें सुनवाई में शामिल होने की अनुमति दी गई या नहीं।
खबर में बताया गया है कि अदालत के नौ अक्टूबर के फैसले के अनुसार, खान को आज यानी मंगलवार को अभ्यारोपित किया जाना था लेकिन मंगलवार को यह कार्रवाई नहीं हो सकी और अदालत ने संदिग्धों को केवल चालान (आरोप पत्र) की प्रतियां वितरित कीं।
समाचार पत्र ने कहा कि बाद में अदालत ने मामले की सुनवाई अगले सप्ताह तक के लिए स्थगित कर दी।
वकील शेर अफजल मारवत ने सुनवाई के बाद मीडिया से कहा कि खान और कुरैशी को अब अगली सुनवाई में अभ्यारोपित किया जाएगा।
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