नयी दिल्ली, तीन जनवरी दिल्ली पुलिस ने दो अलग-अलग अभियानों में राष्ट्रीय राजधानी में अवैध रूप से रह रहे सात बांग्लादेश प्रवासियों की पहचान कर उन्हें वापस भेज दिया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पहला अभियान एक जनवरी को चलाया गया था, जिसमें शेख सोफिउल आलम सब्बीर, मोहम्मद तकदीरुल खान, बिजोयोमोद साही, हबीबुर रहमान और मोहम्मद मूसा मिया खान नाम वाले पांच लोगों को पकड़ा गया था।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) रवि कुमार सिंह ने बताया, “ये लोग पिछले साल बोस्निया दूतावास जाकर ‘वर्क परमिट’ प्राप्त करने की आड़ में भारत में घुसे थे। हालांकि, उनके वीजा की अवधि काफी पहले ही समाप्त हो चुकी थी, जिससे उनका यहां रहना अवैध था।”
उन्होंने बताया कि बाद में सभी पांचों बांग्लादेशियों को प्रत्यर्पित करने के लिए विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के समक्ष पेश किया गया।
वहीं दूसरे अभियान में दिल्ली के सफदरजंग इलाके में अवैध रूप से रह रहे दो बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान कर उन्हें वापस भेज दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की पहचान लियाकत (54) और उनकी पत्नी नसरीन (39) के रूप में हुई है, जो 2012 से दिल्ली में रह रहे थे।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बृहस्पतिवार को ग्रीन पार्क के पास शमशान घाट रोड से दंपति को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने खुलासा किया कि वे दिल्ली-एनसीआर में विभिन्न स्थानों पर ठहरे और हाल ही में वे ओल्ड सीलमपुर में रह रहे थे। ”
उन्होंने बताया कि उनके (बांग्लादेशियों प्रवासियों) दस्तावेजों की जांच की गई और उन्हें अवैध पाया गया।
अधिकारी ने बताया कि पूरी कानूनी प्रक्रियाओं के बाद दंपति को बांग्लादेश प्रत्यर्पित करने के लिए विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय को सौंप दिया गया।
दिल्ली के उपराज्यपाल सचिवालय के आदेश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 11 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान करने के लिए एक अभियान शुरू किया था।
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