नयी दिल्ली, 24 दिसंबर दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों की सूची का इंतजार इस सप्ताह खत्म होने की संभावना है एवं इसके साथ ही पार्टी के भीतर टिकट वितरण को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
टिकट की दौड़ में पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व सांसद और दिल्ली इकाई के शीर्ष पदाधिकारी शामिल माने जा रहे हैं।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति दिल्ली की 70 विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची पर फैसला करेगी। भाजपा की दिल्ली इकाई के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि समिति की बैठक की तारीख अभी तय नहीं हुई है।
पार्टी नेताओं ने कहा कि राज्य चुनाव समिति ने प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 3-4 संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली है और उम्मीदवारों की अंतिम घोषणा इस सप्ताह शुरू होने की संभावना है।
पार्टी नेताओं ने दावा किया कि टिकट चाहने वाले शीर्ष दावेदारों में पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन और कस्तूरबा नगर से मीनाक्षी लेखी शामिल हैं।
पश्चिम दिल्ली के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने पहले ही दावा किया है कि राष्ट्रीय नेताओं ने उन्हें नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से तैयारी करने के लिए कहा है। वर्ष 2013 से यह सीट आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के पास है।
एक अन्य दिग्गज, दक्षिण दिल्ली के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी, निवर्तमान विधानसभा में मुख्यमंत्री आतिशी के प्रतिनिधित्व वाले कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से टिकट के लिए शीर्ष दावेदार बताए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने आतिशी को इसी सीट से मैदान में उतारा है।
इस दौड़ में दिल्ली भाजपा के कई प्रमुख पदाधिकारियों के साथ-साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और महापौर भी शामिल हैं।
मालवीय नगर सीट से दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय दावा कर रहे हैं।
दिल्ली भाजपा के एक अन्य पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता पिछले दो वर्षों में निर्वाचन क्षेत्र में अपने काम का हवाला देते हुए नई दिल्ली सीट से टिकट मांग रहे हैं।
उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर रवींद्र गुप्ता सदर बाजार सीट से शीर्ष दावेदारों में से एक हैं, जहां एक अन्य पूर्व महापौर जय प्रकाश भी दौड़ में शामिल हैं। जय प्रकाश 2020 के चुनावों में आप के सोमदत्त से सीट हार गए थे।
दिल्ली भाजपा के महासचिव विष्णु गुप्ता और राज कुमार भाटिया भी विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से दौड़ में आगे बताए जा रहे हैं।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीट के लिए अगले साल फरवरी में चुनाव होने हैं। दिल्ली भाजपा के विभिन्न मोर्चा और प्रकोष्ठों के अध्यक्ष भी टिकट की होड़ में हैं।
अनुसूचित जाति (एससी) मोर्चा के अध्यक्ष मोहन लाल गिहारा मादीपुर आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना के बेटे हरीश खुराना भी वीरेंद्र बब्बर के साथ मोती नगर सीट से शीर्ष दावेदार हैं।
वर्ष 1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर भाजपा ने चुनाव जीतने और 2013 से हावी रही आप को सत्ताच्युत करने के लिए हरसंभव कोशिश की है।
वर्ष 2015 और 2020 के पिछले दो विधानसभा चुनावों में आप ने भाजपा को क्रमश: तीन और आठ सीट पर सीमित कर दिया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)