नयी दिल्ली, 14 जनवरी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री आतिशी ने मंगलवार को कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से अपने नामांकन पत्र दाखिल किया।
उन्होंने लाजपत नगर में जिलाधिकारी (डीएम) कार्यालय में पर्चा भरा।
आतिशी को सोमवार को रोड शो के बाद अपना नामांकन दाखिल करना था। आम आदमी पार्टी (आप) के एक नेता के अनुसार हालांकि, रोड शो के कारण देरी हुई और वह दिन की समयसीमा (तीन बजे) से पहले जिलाधिकारी कार्यालय नहीं पहुंच पाईं।
आतिशी का मुकाबला भाजपा के रमेश सिंह बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से है।
पूर्व सांसद बिधूड़ी ने 2003, 2008 और 2013 में तुगलकाबाद विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी।
लांबा करीब पांच साल तक आप में रहीं और 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गईं।
नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आतिशी ने चुनाव प्रचार के लिए सरकारी वाहनों के इस्तेमाल के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दिल्ली पुलिस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता प्रवेश वर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिन्होंने मतदाताओं के बीच "खुलेआम पैसे और कंबल बांटे।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “पूरे देश ने (नयी दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार) प्रवेश वर्मा को पैसे बांटते देखा। यहां तक कि महिलाएं भी आगे आईं और उन्होंने कहा कि उन्हें ईवीएम पर कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) के सामने वाला बटन दबाने के लिए 1,100 रुपये दिए गए थे।”
आतिशी ने कहा कि वर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि "कुछ गड़बड़ है।"
दिल्ली पुलिस ने आतिशी से संबंधित सरकारी वाहन में चुनाव संबंधी सामग्री ले जाने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र में कुल 1,94,515 मतदाता हैं, जिनमें से 1,06,893 पुरुष मतदाता, 87,617 महिला मतदाता और पांच ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।
दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा। नतीजे आठ फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
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