खेल की खबरें | दीपक, निशांत पेरिस ओलंपिक विश्व क्वालीफिकेशन मुक्केबाजी टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में

नयी दिल्ली, 22 जनवरी विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता दीपक भोरिया और निशांत देव को भारत की नौ सदस्यीय मुक्केबाजी टीम में जगह मिली है जो 29 फरवरी से 12 मार्च तक इटली के बुस्तो अरसिजियो में होने वाले पहले क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के साथ पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने की कोशिश करेंगे।

छह बार के एशियाई चैंपियनशिप के पदक विजेता शिव थापा (63.5 किग्रा) और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैस्मिन लंबोरिया (60 किग्रा) को भी भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा सोमवार को घोषित भारतीय टीम में जगह मिली है।

दीपक (51 किग्रा) ने बीएफआई की मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत 2019 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघाल को पछाड़कर टीम में जगह बनाई। दीपक और निशांत (71 किग्रा) के अलावा 2022 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) की टीम में वापसी हुई है। हसामुद्दीन घुटने की चोट के कारण पिछले साल अधिकतर समय बाहर रहे।

युवा महिला विश्व चैंपियन अंकुशिता बोरो (66 किग्रा), गत राष्ट्रीय चैंपियन लक्ष्य चाहर (80 किग्रा), संजीत कुमार (92 किग्रा), हांगझोउ एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता नरेंद्र बेरवाल (92 किग्रा से अधिक) को भी टीम में जगह दी गई है।

समग्र मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद इन खिलाड़ियों का चयन किया गया है। हाई परफोर्मेंस यूनिट ने विभिन्न प्रदर्शन मापदंडों पर मूल्यांकन किया।

बीएफआई महासचिव हेमंत कलिता ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य पेरिस ओलंपिक खेलों में भारत के प्रतिनिधित्व को अधिकतम करना है और इसे हासिल करने के लिए हमने पहले विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के लिए विस्तृत और सतर्क चयन प्रक्रिया अपनाई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हाई परफोर्मेंस टीम ने एक विस्तृत मूल्यांकन प्रक्रिया लागू की, मुक्केबाजों को अंक दिए और उच्चतम अंक हासिल करने वालों का चयन किया गया। हमें विश्वास है कि इन मुक्केबाजों में ना केवल प्रतिस्पर्धा करने बल्कि जीत हासिल करने और ओलंपिक में जगह बनाने की क्षमता है।’’

भारत को पुरुष वर्ग में अब तक ओलंपिक कोटा नहीं मिला है। देश की महिला मुक्केबाज पेरिस ओलंपिक के लिए पहले ही चार कोटा हासिल कर चुकी हैं। निकहत जरीन (50 किग्रा), प्रीति (54 किग्रा), परवीन हुड्डा (57 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) ने एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करके अपनी जगह पक्की की।

तोक्यो ओलंपिक में भारत के नौ मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था जिसमें कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना पदक जीतने वाली एकमात्र मुक्केबाज थीं।

पहले विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में 50 ओलंपिक कोटा दांव पर लगे होंगे जिसमें महिला वर्ग में 22 कोटा हैं। बैंकॉक में 23 मई से तीन जून तक होने वाले दूसरे विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के जरिए 45 से 51 मुक्केबाज पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई कर पाएंगे।

भारतीय टीम इस प्रकार है:

महिला: जैस्मिन लंबोरिया (60 किग्रा), अंकुशिता बोरो (66 किग्रा)

पुरुष: दीपक भोरिया (51 किग्रा), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा), शिव थापा (63.5 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा), लक्ष्य चाहर (80 किग्रा), संजीत (92 किग्रा) और नरेंद्र (92 किग्रा से अधिक)।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)