विदेश की खबरें | अफगानिस्तान में दानिश सिद्दीकी की मौत की अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों, एम्नेस्टी ने निंदा की

लंदन/न्यूयॉर्क, 17 जुलाई दुनिया के प्रमुख मीडिया संगठनों और अधिकार समूहों ने पुलित्जर पुरस्कार विजेता भारतीय फोटोपत्रकार दानिश सिद्दीकी की अफगानिस्तान में हत्या की निंदा की है और इसकी गहन जांच की मांग की है। साथ ही अधिकारियों से अपील की है कि प्रेस के सदस्यों की रक्षा के लिए और बेहतर इंतजाम करें।

कंधार शहर के स्पीन बोल्डाक में अफगानिस्तान के सैनिकों और तालिबान के बीच संघर्ष को कवर करने के दौरान सिद्दीकी (38) मारे गए। अफगानिस्तान के सैनिकों के साथ जा रहे सिद्दीकी हमले में बृहस्पतिवार की रात घायल हो गए थे और शुक्रवार को उनकी मौत हो गई।

रोहिंग्या संकट को कवर करने के लिए रॉयटर की टीम के हिस्से के तौर पर 2018 में सिद्दीकी को पुलित्जर पुरस्कार से नवाजा गया था। उन्होंने अफगान संघर्ष, हांगकांग प्रदर्शन और एशिया, पश्चिम एशिया तथा यूरोप के कई बड़े शहरों में कवरेज किया था।

भारतीय पत्रकार की मौत पर न्यूयॉर्क के कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट (सीपीजे) ने अफगानिस्तान के अधिकारियों से अपील की कि सिद्दीकी की हत्या की त्वरित एवं विस्तृत जांच करें और प्रेस के सदस्यों की रक्षा के लिए हरसंभव उपाय करें।

मीडिया पेशेवरों के वैश्विक नेटवर्क ‘द इंटरनेशनल प्रेस इंस्टीट्यूट’ ने शुक्रवार को सिद्दीकी की मौत पर दुख जताया और इसे पत्रकारिता के लिए ‘‘बड़ा नुकसान’’ करार दिया।

अफगानिस्तान में इस वर्ष सिद्दीकी मारे गए पांचवें पत्रकार हैं। यूनाइटेड नेशंस एसिस्टेंस मिशन इन अफगानिस्तान (यूएनएएमए) के मुताबिक 2018 से अभी तक 65 पत्रकार एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं।

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