धर्मशाला, 30 दिसंबर तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर के निधन पर सोमवार को शोक व्यक्त किया।
दलाई लामा ने पूर्व राष्ट्रपति के बेटे चिप कार्टर को पत्र लिखकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने पत्र में लिखा, ‘‘राष्ट्रपति कार्टर ने सचमुच सार्थक जीवन जिया। उन्होंने गरीबों और वंचितों की मदद करने, संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान निकालने और दुनिया भर में लोकतंत्र और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने के लिए दशकों तक अथक प्रयास किए हैं।’’
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित एवं अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति जिमी कार्टर का रविवार को निधन हो गया। वह 100 वर्ष के थे।
सबसे लंबे समय तक जीवित रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति कार्टर ने 1977 से 1981 तक इस पद पर सेवाएं दी थीं। मूंगफली की खेती करने वाले कार्टर ने ‘वाटरगेट’ घोटाले और वियतनाम युद्ध के बाद राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता था।
दलाई लामा ने लिखा, ‘‘इतने लंबे समय तक सक्रिय बने रहना हम सबके लिए एक उदाहरण है कि हमें अपना जीवन दूसरों की सेवा में कैसे जीना चाहिए। नोबेल समिति ने मानवता के कल्याण में उनके योगदान को मान्यता देते हुए 2002 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं तथा तिब्बत के लोग राष्ट्रपति कार्टर के प्रति हमेशा आभारी रहेंगे, क्योंकि उन्होंने तिब्बत की स्थिति के प्रति गहरी रुचि और चिंता जताई थी। उन्होंने हमारे लोगों की दुर्दशा को कम करने में भी मदद की थी।’’
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