पुणे, आठ जुलाई नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड के मुकदमे की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने पूर्व हिंदुत्व कार्यकर्ता और अभियोजन पक्ष के प्रमुख गवाह संजय सदविलकर से शुक्रवार को जिरह शुरू की।
इससे पहले 18 जून को अभियोजन पक्ष के वकील प्रकाश सूर्यवंशी ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस आर नवांदर की अदालत में सदविलकर से जिरह की थी।
बचाव पक्ष के वकीलों में से एक, अधिवक्ता प्रकाश सालसिंगिकर ने सदविलकर से जिरह की। उन्होंने ने कहा कि सदविलकर ने बताया था कि संत गाडगे महाराज जयंती पर दाभोलकर और मुख्य आरोपी वीरेंद्र सिंह तावड़े के बीच कथित बहस वर्ष 2004 में हुई थी।
सालसिंगिकर ने कहा कि सदविलकर ने जिरह में दावा किया था कि विवाद वर्ष 2006 में हुआ था, जबकि उन्होंने गोविंद पानसरे की हत्या के संबंध में कोल्हापुर पुलिस को दिए अपने बयान में वर्ष 2004 का उल्लेख किया था।
सदविलकर पानसरे की हत्या के चश्मदीद गवाह हैं। उनकी 20 फरवरी 2015 को हत्या कर दी गई थी।
सालसिंगिकर ने कहा कि जब सदविलकर से पूछा गया कि क्या कोल्हापुर पुलिस को दिए गए बयान में उनके द्वारा बताया गया साल गलत था, तो उन्होंने हां में जवाब दिया। वकील ने कहा कि जिरह जारी रहेगी।
प्रसिद्ध अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)