तिरुपति, आठ दिसंबर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने चक्रवात ‘मिगजॉम’ के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को तिरुपति और बापटला जिलों का दौरा किया।
वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने सबसे पहले तिरुपति जिले का दौरा किया और मरम्मत कार्यों के लिए 32 करोड़ रुपये मंजूर किए। सड़कों और अन्य बुनियादी अवसंरचनाओं की युद्धस्तर पर मरम्मत के लिए यह राशि मंजूर की गई है।
मुख्यमंत्री ने तिरुपति में बालिरेड्डीपालेम के ग्रामीणों और चक्रवात पीड़ितों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम सभी को जो नुकसान हुआ है उसे व्यक्त नहीं किया जा सकता। हमने इस स्थान (तिरुपति जिले) में 92 राहत शिविर स्थापित किए हैं। लगभग 8,500 लोगों को उन शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। हमने असहाय 60,000 लोगों को राशन प्रदान किया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश की वार्ड और ग्राम स्वयंसेवक प्रणाली के तहत सरकार चक्रवात में नुकसान झेलने वाले हर किसी व्यक्ति का बचाव करेगी और उसके नुकसान की भरपाई करेगी।
जगन मोहन रेड्डी ने बुनियादी मुआवजे के उद्देश्य से राशन प्राप्त करने वाले 60,000 लोगों के सभी परिवारों को 2,500 रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा किया।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि अधिकारी जल्द से जल्द बिजली बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने स्वर्णमुखी नदी का दौरा किया, जिसमें तिरुपति जिले के वकाडु मंडल के बालिरेड्डीपालेम में दरार आ गई थी।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने अधिकारियों को स्थायी समाधान खोजने का निर्देश दिया है ताकि स्वर्णमुखी नदी में दोबारा दरार न पड़े। रेड्डी ने कहा कि इस प्रयास के तहत एक ऊंचा पुल बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बालिरेड्डीपालेम में ‘मिगजॉम’ के कारण हुए विनाश की एक फोटो प्रदर्शनी भी देखी।
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