कन्नौज/लखनऊ, 20 सितंबर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के अपराधी कहीं गए नहीं हैं, बल्कि उनका ‘भाजपाईकरण’ हो गया है।
यादव ने शुक्रवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश के मतदाता 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे।
स्थानीय सांसद और सपा प्रमुख ने कन्नौज के दौरे के दौरान आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने क्षेत्र में सभी सुविधाएं बर्बाद कर दी हैं और लोगों पर "झूठे" मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, "2027 के चुनाव में जनता भाजपा को उखाड़ फेंकेगी। राज्य में पार्टी का सफाया तय है।"
पुलिस मुठभेड़ों पर सवाल उठाते हुए, यादव ने इनमें अपराधियों के पैरों में गोली लगने की घटनाओं को "आधी मुठभेड़" करार दिया और दावा किया कि वे "ज्यादातर फर्जी" हैं।
महिला सुरक्षा पर, उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों की ओर इशारा करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में असुरक्षित महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है।
सपा के भदोही विधायक जाहिद बेग के खिलाफ प्राथमिकी के संबंध में यादव ने दावा किया कि सरकार की मंशा साफ नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में हार के बाद केवल यादवों और मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है।
साधु-संतों के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि उन्होंने कभी किसी धार्मिक शख्सियत पर टिप्पणी नहीं की है और स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी मुख्यमंत्री पर लक्षित थी।
सपा मुख्यालय से शुक्रवार को जारी एक बयान में यादव ने कहा कि अपराध और कानून-व्यवस्था पर ‘जीरो टॉलरेंस’ का भाजपा सरकार का दावा ‘फेल’ है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अपराधियों ने एक साधु की सरेआम बेरहमी से हत्या कर दी।
यादव ने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर में सफाई कर्मचारी से इस साल 16 से 25 अगस्त तक कई बार सामूहिक दुष्कर्म करने की घटना में सत्ता दल से संबंधित लोग आरोपी हैं। महिलाएं आस्था के स्थान पर भी सुरक्षित नहीं हैं।
अयोध्या के कैंट थाने में पीड़ित युवती द्वारा दर्ज कराई गयी प्राथमिकी के अनुसार, 16 से 25 अगस्त के बीच तीन अलग-अलग मौकों पर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
अयोध्या के पुलिस अधीक्षक (शहर) मधुवन सिंह ने बताया था कि गिरफ्तार किये गए लोगों की पहचान वंश, विनय, शारिक, शिवा और उदित के रूप में हुई है।
पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में युवती ने दावा किया, “वह अयोध्या में राम जन्मभूमि पर सफाई कर्मचारी के रूप में काम करती है और एक स्थानीय महाविद्यालय में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा है।”
सपा प्रमुख ने कहा, ''यह घटनाएं उत्तर प्रदेश में बेखौफ घूम रहे दुर्दांत गैंग का सच सामने ला रही हैं। प्रदेश में हर दिन हत्याएं हो रही हैं। अपराधियों में प्रशासन का कोई डर नहीं है।''
उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश देश में सबसे ऊपर है, लेकिन भाजपा सरकार बेशर्मी से अपने कुकर्मो पर पर्दा डालती रहती है।
यादव ने कहा, ''भाजपा सरकार के लोग जब यह कहते है कि अपराधी प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं, तो वह सच से मुंह मोड़ रहे होते हैं। दरअसल भाजपा सरकार में अपराधी कहीं नहीं गए हैं, उनका भाजपाईकरण हो गया है।''
उन्होंने दावा किया, ‘‘तमाम दबंगों, अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। सरकार हर स्तर पर भेदभाव करती है।''
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि जाति और धर्म देखकर सजाएं तय की जाती हैं।
उन्होंने कहा कि सत्ता दल से जुड़े असामाजिक तत्वों को छूट मिलती है और विपक्षियों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई में देर नहीं लगती है, इसीलिए अपराध की घटनाएं कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं।
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