रिश्वत लेकर अपराधी छोड़ने के मामले में क्राइम ब्रांच प्रभारी व मुख्य आरक्षी बर्खास्त
नोएडा पुलिस कमिश्नरेट की अपराध शाखा के एक दल द्वारा एटीएम हैकर को पकड़ने के बाद, उनसे 25 लाख रुपये और एक क्रेटा कार रिश्वत में लेकर उनको छोड़ने के मामले में पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने अपराध शाखा के प्रभारी साबिर खान तथा अन्य को बर्खास्त कर दिया है.
नोएडा, 1 दिसम्बर : नोएडा पुलिस कमिश्नरेट की अपराध शाखा के एक दल द्वारा एटीएम हैकर को पकड़ने के बाद, उनसे 25 लाख रुपये और एक क्रेटा कार रिश्वत में लेकर उनको छोड़ने के मामले में पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने अपराध शाखा के प्रभारी साबिर खान तथा अन्य को बर्खास्त कर दिया है. पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर जारी वीडियो तथा गाजियाबाद पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह बात सामने आई है कि गौतमबुद्ध नगर की अपराध शाखा के लोगों ने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया है. गौतमबुद्ध नगर पुलिस आयुक्तालाय से संबंद्ध अपराध शाखा की टीम द्वारा एटीएम हैकर को पकड़ने के बाद, उनसे 20 लाख रुपये और एक क्रेटा कार रिश्वत में लेकर छोड़ने का खुलासा विभागीय जांच में हुआ है. इस संबंध में पुलिस उपायुक्त (अपराध) ने वरिष्ठ अधिकारियों को जांच सौंपी है.
सूत्रों ने बताया कि गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना पुलिस ने जब इस हैकर को दोबारा पकड़ा और पूछातछ की तो रिश्वत लेकर छोड़ने का मामला सामने आया. इसके बाद गाजियाबाद पुलिस ने पुलिस महानिदेशक को रिपोर्ट भेजी और उन्होंने जांच के आदेश दिए. अपर पुलिस उपायुक्त लव कुमार ने बताया कि इंदिरापुरम थाना पुलिस ने एटीएम हैकर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया जिन्होंने एक क्रेटा कार से घटना को अंजाम दिया था. जब पुलिस ने कार के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि कार नोएडा पुलिस की अपराध शाखा की टीम के पास है. यह भी पढ़ें : Rajasthan Shocker: जालोर में क्रूरता की हद पार, हनुमान मंदिर के पास 70 वर्षीय पुजारी की पीट-पीटकर हत्या, पुलिस ने बनाई कई टीमें
कुमार के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि तीन महीने पहले नोएडा अपराध शाखा की टीम ने उन्हें पकड़ा था और उस दौरान उनके पास 10 लाख रुपये नकद थे जिसे टीम ने जब्त कर लिया था.उसके बाद उनसे 10 लाख रुपये और लेने के लिए एक टीम उनके घर गई थी. टीम वहां से 10 लाख रुपये और क्रेटा कार लेकर आ गई थी.’’ उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच पुलिस उपायुक्त (अपराध) अभिषेक को सौंपी गई और प्रथम दृष्टया जांच में आरोप सही पाए गए हैं. सूत्रों ने बताया कि नोएडा पुलिस की टीम ने हैकरों से 50 लाख रुपये की मांग की थी लेकिन 20 लाख रुपये पर समझौता हुआ. बाद में हैकरो के घर पहुंची टीम क्रेटा कार भी ले आई.