COVID-19: पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद के सहयोगियों के साथ की बैठक, कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के उपायों पर की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अपने सहयोगियों को देश में ऐसा माहौल बनाने को कहा कि जहां हर कोई सख्ती से कोविड दिशानिर्देशों का पालन करे और टीकाकरण कराए, ताकि महामारी की तीसरी लहर को रोका जा सके. केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री ने देश में कोविड-19 (COVID-19) की स्थिति की समीक्षा की और टीकाकरण अभियान पर विचार-विमर्श किया.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अपने सहयोगियों को देश में ऐसा माहौल बनाने को कहा कि जहां हर कोई सख्ती से कोविड दिशानिर्देशों (COVID-19 Guidelines) का पालन करे और टीकाकरण कराए, ताकि महामारी की तीसरी लहर (Third Wave of Coronavirus) को रोका जा सके. केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री ने देश में कोविड-19 (COVID-19) की स्थिति की समीक्षा की और टीकाकरण अभियान पर विचार-विमर्श किया और साथ ही मंत्रियों को बताया कि महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है, इसलिए युद्धस्तर पर टीकाकरण होते रहना चाहिए.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने मंत्रिपरिषद के अपने सहयोगियों से टीकाकरण तथा कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक बनाने को कहा. सूत्रों के मुताबिक बैठक में प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि उन्होंने जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया है या फिर आधारशीला रखी हैं, उनका उद्घाटन भी वही करें. यह भी पढ़ें: COVID-19 Third-Wave: कितनी गंभीर होगी कोरोना की तीसरी लहर? जानें क्या कहती है स्टडी
उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वह सभी परियोजनाओं की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि इनके पूरा होने में देरी ना हो. प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान मंत्रियों से कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सुझाव भी मांगे. उन्होंने सभी मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालय में ‘‘मिशन मोड’’ में काम करने का आह्वान किया.
उन्होंने संसद के आगामी सत्र के मद्देनजर सभी मंत्रियों से आंकड़ों और तथ्यों के साथ तैयारी करने को कहा ताकि विपक्ष को करारा जवाब दिया जा सके. लगभग पांच घंटे तक चली इस बैठक के दौरान नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कोविड-19 महामारी के बारे में एक प्रस्तुति दी. इस दौरान प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि लोगों को बहुत सावधान रहना होगा तभी कोरोना का संक्रमण फैलने से रोका जा सकेगा.
उन्होंने कहा कि देश में ऐसा माहौल बनाया जाना चाहिए जिससे लोग कोरोना दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें और टीका लगवाएं ताकि तीसरी लहर की संभावना ही खत्म हो. इस सिलसिले में उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वह जब अपने संसदीय क्षेत्रों में जाए तो मास्क पहनें और लोगों को भी मास्क पहनने के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कोरोना संबंधी भ्रांतियों को भी दूर करने की सलाह दी.
भारत में बुधवार में एक दिन में कोविड-19 के 45,951 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 3,03,62,848 पर पहुंच गई जबकि एक दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या लगातार तीसरे दिन 1,000 से कम रही. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 817 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,98,454 हो गयी है. एक दिन में कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले लोगों की यह संख्या 81 दिनों में सबसे कम है. यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका? जानिए इससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब
सुबह सात बजे तक प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 33 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं. मंत्रालय के मुताबिक कोविड-19 टीके की 73 लाख से अधिक खुराक अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध है, जबकि 24,65,980 से अधिक खुराक उन्हें अगले तीन दिन के भीतर प्राप्त हो जाएंगी.
कोविड-19 टीकाकरण के तहत सभी के लिए टीके का नया चरण 21 जून को शुरू हुआ था. अधिक टीकों की उपलब्धता के जरिये टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत भारत सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त में कोविड के टीके उपलब्ध कराकर उनकी मदद कर रही है.
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