नयी दिल्ली, तीन फरवरी सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कुछ राज्यों और जिलों को छोड़कर महामारी की स्थिति में सुधार हुआ है कोविड-19 संक्रमण का प्रसार भी घट रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सहित 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 के मामलों और संक्रमण दर में कमी दर्ज की जा रही है, जबकि केरल और मिजोरम में स्थिति चिंताजनक है।
अग्रवाल ने यह भी कहा कि महामारी की स्थिति में सुधार हुआ है और कोविड संक्रमण का प्रसार घटा है। टीके की खुराक में वृद्धि के साथ कोविड-19 से मृत्यु दर में कमी दर्ज की गई है।
देश में 21 जनवरी से तीन फरवरी (3,47,254 से 1,72,433 तक) के बीच कोविड-19 के दैनिक मामलों में 50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, और इसी अवधि के दौरान, दैनिक संक्रमण दर 17.94 प्रतिशत से घटकर 10.99 प्रतिशत हो गई, जो संक्रमण के कम प्रसार का संकेत है।
अग्रवाल ने कहा कि इस बार 21 जनवरी को सबसे ज्यादा 3,47,254 मामले आए जबकि पिछले साल सात मई को 4,14,188 मामले आए थे। पिछले 14 दिन से लगातार मामले घट रहे हैं। पिछले 12 दिन से अस्पतालों और पृथक-वास में मरीजों की संख्या घट रही है।
उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों की संख्या 406 (20-26 जनवरी, 2022) से घटकर 297 (27 जनवरी से 2 फरवरी) हो गई है, और वर्तमान में, 169 जिले हैं जहां संक्रमण दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच है। देश के 268 जिलों में, संक्रमण दर पांच प्रतिशत से नीचे है।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने कहा, ‘‘महामारी की स्थिति में सुधार हुआ है। चिंता वाले कुछ राज्य और जिले हैं, लेकिन कुल मिलाकर संक्रमण के प्रसार में कमी आई है जो खुशी की बात है। देश में 268 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण दर पांच प्रतिशत से कम है। स्पष्ट रूप से, ये जिले गैर-कोविड देखभाल की दिशा में और अन्य आर्थिक गतिविधियों के साथ-साथ स्कूल खोलने की दिशा में भी आगे बढ़ सकते हैं।’’
पॉल ने आगे कहा कि इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं कि टीकाकरण लोगों की रक्षा करता रहा है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण से गंभीर रूप से बीमार होने या मृत्यु की आशंका कम होती है।
टीकाकरण पर अग्रवाल ने कहा कि भारत के 96 प्रतिशत वयस्कों को टीके की पहली खुराक दी गई है, जबकि 76 प्रतिशत का पूरी तरह टीकाकरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि 15-18 आयु वर्ग के 65 प्रतिशत किशोरों को कोविड रोधी टीके की पहली खुराक मिल चुकी है और 21.63 लाख योग्य किशोरों को दूसरी खुराक दी गई है। साथ ही, 1.35 करोड़ ‘एहतियाती’ खुराक स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और 60 वर्ष तथा उससे अधिक आयु के लोगों को दी गई है।
देश में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 100 फीसदी पात्र आबादी को पहली खुराक दी गई है, जबकि चार में 96 से 99 फीसदी को पहली खुराक दी गई है। केरल में अधिक मौतों के मामलों पर, अग्रवाल ने कहा कि यह चिंता का विषय है और इस मामले पर राज्य के साथ चर्चा की गई है।
भारत को ‘जाइडस कैडिला’ के टीके की आपूर्ति पर अग्रवाल ने कहा कि सात राज्यों को प्राथमिकता दी गई है और यह जल्द ही बिहार में पहुंच जाएगा।
‘एहतियाती’ खुराक के विस्तार की योजना पर पॉल ने कहा,‘‘टीकाकरण कार्यक्रम के क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी जा रही है और अभी, हम निर्धारित समूह में इस अभियान को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
अग्रवाल ने यह भी उल्लेख किया गया कि कोरोना वायरस के वर्तमान स्वरूप से संक्रमित कोविड रोगियों में सर्जरी सुरक्षित है और जटिलताओं या मृत्यु की उच्च संभावना से जुड़ी नहीं है। अग्रवाल ने 20 दिसंबर, 2021 से 20 जनवरी, 2022 तक ‘‘अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली में मौजूदा लहर के दौरान सर्जरी के मामलों’’ का विश्लेषण प्रस्तुत किया। अग्रवाल ने कहा, ‘‘अध्ययन में सर्जरी के दौरान और इसके तुरंत बाद की अवधि में कोई जटिलता नहीं पाई गई। साथ ही, अन्य मामलों में भी जटिलताएं नहीं पाई गईं।’’
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