देश की खबरें | कांग्रेस का तृणमूल पर हमला: ‘षड्यंत्र’ का मकसद भाजपा को मजबूत करना

नयी दिल्ली, 25 नवंबर कांग्रेस ने मेघालय में पार्टी के कई विधायकों के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को ममता बनर्जी नीत पार्टी पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि ऐसी पार्टियां भाजपा की प्रतिनिधि हैं और इनके ‘षड्यंत्र’ का मकसद देश की सबसे पुरानी पार्टी को कमजोर एवं केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी को मजबूत करना है।

पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह भी कहा कि जनता से जुड़े प्रमुख मुद्दों को सिर्फ कांग्रेस और राहुल गांधी ने उठाया है, लेकिन ये पार्टियां चाहती हैं कि भाजपा को कटघरे में नहीं खड़ा किया जाए।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश का कोई मुद्दा हो, चाहे वो चीन का मुद्दा हो, कृषि कानून का मुद्दा हो, महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा हो, इन पर लड़ाई कौन लड़ रहा है? कांग्रेस, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लड़ाई लड़ रहे हैं। अगर कोई चाहता है कि इन मुद्दों पर सवाल नहीं पूछे जाएं और भाजपा को कटघरे में नहीं खड़ा किया जाए, तो उनके इस षड्यंत्र का एक ही मकसद है कि कांग्रेस को कमजोर करो और भाजपा को मजबूत करो। तृणमूल यही कर रही है।’’

वल्लभ ने आरोप लगाया, ‘‘जो लोग यह काम कर रहे हैं कि उससे सिर्फ भाजपा का फायदा हो रहा है। जो भी क्षेत्रीय दल ऐसा कर रहे हैं वो भाजपा के प्रॉक्सी (प्रतिनिधि) हैं, भाजपा के साथ खड़े हुए हैं।’’

उन्होंने कहा कि जिनमें वैचारिक प्रतिबद्धता की कमी है, वही कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं।

गौरतलब है कि मेघालय विधानसभा में कांग्रेस के 17 में से 12 विधायक बृहस्पतिवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा भी शामिल हैं।

इससे पहले, कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे।

कांग्रेस की पृष्ठभूमि वाले कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इनमें पार्टी के पूर्व सांसद सुष्मिता देव, लुईजिन्हो फालेरियो और अभिजीत मुखर्जी प्रमुख हैं।

हक

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)