देश की खबरें | कांग्रेस ने रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर निशाना साधा, दाम कम करने की मांग की

नयी दिल्ली, एक जुलाई कांग्रेस ने रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि महामारी एवं आर्थिक संकट के समय लोगों को राहत देने के लिए एलपीजी सिलेंडर के दाम कम किए जाने चाहिए।

पार्टी ने यह दावा भी किया कि पिछले कुछ महीनों में रसोई गैस की कीमतों में 240 रुपये की बढ़ोतरी की गई है।

बिना सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) सिलेंडर के दाम में 25 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के एक सिलेंडर की कीमत 809 से बढ़कर 834.50 रुपये हो गई है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले कुछ वर्षों में एलपीजी के दाम में हुई बढ़ोतरी से जुड़ा एक ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मोदी माया का ऐसा पड़ा प्रभाव, बस जुमलों का ही गिरा है भाव।’’

पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी है तो मुमकिन है। चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी सरकार और 2020-2021 में रसोई गैस की कीमतें- 30 नवंबर, 2020: 594 रुपये, 1 दिसंबर, 2020: 644 रुपये, 1 जनवरी, 2021: 694 रुपये, 4 फरवरी, 2021: 719 रुपये, 15 फरवरी, 2021: 769 रुपये, 1 मार्च, 2021: 819 रुपये, 1 जुलाई, 2021: 834 रुपये। मोदी है, मुमकिन है!’’

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह लोगों के घाव पर नमक छिड़कने के अलावा कुछ नहीं है। पिछले छह मौकों पर रसोई गैस की कीमतों में 240 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। नवंबर, 2020 में एक सिलेंडर की कीमत 594 रुपये की थी जो जुलाई, 2021 तक बढ़कर 834 रुपये हो गई है।’’

उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘जब भी दाम बढ़ते हैं तो मोदी जी का नारा ‘बहुत हुई महंगाई की मार...’ याद आता है। हम सरकार से कहना चाहते हैं कि बहुत हुई महंगाई की मार, बस करो मोदी सरकार।’’

कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘‘यह सरकार पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतें उस वक्त बढ़ा रही है जब देश के लोग गंभीर संकट से घिरे हैं। यह सरकार की उदासीनता को दिखाता है।’’

उनके मुताबिक, ‘‘भारत में रसोई गैस के दाम ‘सऊदी अरामको’ (सऊदी अरब की कंपनी) की गैस की कीमत से निर्धारित होते हैं। कुछ समय पहले तक सऊदी अरामको की गैस का दाम 587 डॉलर प्रति मीट्रिक टन था तो रसोई गैस की कीमत 809 रुपये थी। अब सऊदी अरामको की गैस के दाम 523 डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गये हैं। ऐसे में यहां रसोई गैस की कीमतें कम क्यों नहीं हुई?’’

उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘सरकार एक लोन (ऋण) मेला और लगवा दे ताकि लोग लोन लेकर पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस खरीद सकें।’’

सुप्रिया ने सवाल किया कि क्या उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त सिलेंडर हासिल करने वाले गरीब परिवार के लोग 834 रुपये की रसोई गैस खरीद सकते हैं?

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की मांग है कि सरकार अपनी संवेदना दिखाते हुए महामारी से जूझ रहे देश को राहत दे और एलपीजी गैस के दाम कम करे।’’

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