तिरुवनंतपुरम, सात जनवरी केरल में कांग्रेस नेतृत्व ने मंगलवार को कहा कि वायनाड में पार्टी के एक जिला पदाधिकारी के कथित तौर पर आत्महत्या करने के संबंध में पार्टी की आंतरिक जांच चल रही है।
कांग्रेस ने यह भी कहा कि जब तक सच्चाई सामने नहीं आ जाती, तब तक आत्महत्या करने वाले नेता द्वारा कथित रूप से लिखे गए पत्र पर प्रतिक्रिया देना अनुचित होगा।
वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के कोषाध्यक्ष एन.एम. विजयन हाल ही में अपने बेटे के साथ मृत पाए गए थे। कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने यह भी स्वीकार किया कि विजयन के परिवार के सदस्यों ने उन्हें पत्र सौंप दिया है।
मीडिया के एक वर्ग ने सोमवार को यह पत्र जारी किया, जो कथित तौर पर विजयन द्वारा उनकी मृत्यु से पहले लिखा गया था। इस पत्र में विजयन ने एक विधायक सहित कांग्रेस पार्टी के दो प्रमुख नेताओं का नाम लिया है।
इस मुद्दे ने केरल में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है।
विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि मृतक के परिवार ने दो दिन पहले परवूर में उनसे मुलाकात की और पत्र सौंपा।
सतीशन ने कहा कि पत्र के कुछ हिस्से अस्पष्ट थे और उन्होंने परिवार से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है।
सतीशन ने यह भी कहा कि उन्होंने कभी भी पत्र मिलने से इनकार नहीं किया।
विपक्ष के नेता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘केपीसीसी अध्यक्ष ने मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई है। जब तक जांच चल रही है, मेरे लिए टिप्पणी करना उचित नहीं है।”
यह पत्र, कथित तौर पर घटना से कुछ दिन पहले केपीसीसी प्रमुख के सुधाकरन को संबोधित करते हुए लिखा गया था, जिसमें विधायक आई.सी. बालाकृष्णन और वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एन.डी. अप्पाचन का नाम लिया गया है और कथित तौर पर उन्हें विजयन के वित्तीय संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
पत्र में यह भी खुलासा किया गया है कि भारी वित्तीय देनदारियों का सामना करने के बावजूद विजयन को कोई सहायता नहीं दी गई और केपीसीसी नेतृत्व स्थिति से पूरी तरह वाकिफ था।
पत्र में आगे आरोप लगाया गया है कि अप्पाचन और बालाकृष्णन ने उन्हें नौकरी के इच्छुक लोगों से पैसे इकट्ठा करने का निर्देश दिया था।
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