Bitcoin Scam: सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा- बिटकॉइन घोटाले में शामिल किसी की भी कुर्बानी देने को तैयार, कांग्रेस नाम बताए
बसवराज-बोम्मई(Photo Credits: FB)

बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार बिटकॉइन घोटाले (Bitcoin Scam) में शामिल किसी भी व्यक्ति की कुर्बानी देने के लिए तैयार है. उन्होंने कांग्रेस (Congress) को चुनौती दी कि वह उन "प्रभावशाली लोगों" के नाम बताए, जो कथित तौर पर अनियमितताओं के पीछे हैं. बोम्मई ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा, “कांग्रेस का कहना है कि इसमें (बिटकॉइन घोटाले में) कुछ प्रभावशाली लोग शामिल हैं. अगर आप उन्हें जानते हैं, तो उनका नाम लें. हम बिना किसी देरी के इसकी जांच करेंगे. अगर देश या राज्य में कोई शामिल है, तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे.” Bitcoin Scam: सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा, बिटकॉइन घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला के आरोपों पर किए गए सवाल पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. उन्होंने कहा, “हम इस घोटाले को सामने लाए हैं. हम किसी को नहीं बख्शेंगे और इसमें शामिल किसी की भी कुर्बानी देने को तैयार हैं. हमारे निर्णय पर पुनर्विचार का प्रश्न ही नहीं उठता.”

सुरजेवाला ने शनिवार को दिल्ली में एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाया था कि घोटाले का आकार बहुत बड़ा हो सकता है क्योंकि सिर्फ दो दिन में एक दिसंबर 2020 और 14 अप्रैल 2021 को 5,240 करोड़ रुपये का अवैध लेनदेन हुआ था.

कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी कई सवाल किए थे और पूछा था कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की क्या भूमिका थी, जो घोटाले के समय राज्य के गृह मंत्री थे. सुरजेवाला ने यह भी पूछा था कि इंटरपोल सहित अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों को चोरी हुए बिटकॉइन के बारे में सूचित क्यों नहीं किया गया?

कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए बोम्मई ने कहा कि भाजपा सरकार ने हैकर श्रीकृष्ण उर्फ श्रीकी को पकड़ा, उसकी जांच की और उसे बेनकाब किया जबकि कांग्रेस ने 2018 में सत्ता में रहते हुए उसे छोड़ दिया था.

बोम्मई ने सुरजेवाला को चुनौती देते हुए कहा कि उनके पास जो भी जानकारी है, वह प्रवर्तन निदेशालय या कर्नाटक पुलिस को दें। बोम्मई ने कहा कि उसपर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने यह भी जानना चाहा कि जब 2016 में घोटाला शुरू हुआ था तो 2013 और 2019 के बीच कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने इस मामले की जांच क्यों नहीं की?

बोम्मई ने आरोप लगाया, “ अगर इससे कर्नाटक का संबंध था तो आपने सरकार में रहते हुए इसकी जांच क्यों नहीं की? सुरजेवाला को तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और मंत्रियों से सवाल करना चाहिए कि उन्होंने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया?

उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण को पहली बार 2018 में पकड़ा गया था, लेकिन उसे छोड़ दिया गया और अगर पुलिस ने उसकी पृष्ठभूमि की जांच की होती, तो उसके बारे में सब कुछ पता चल जाता. मुख्यमंत्री ने कहा कि हैकर को 2020 में मादक पदार्थ से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था और विस्तृत पूछताछ में बिटकॉइन पोर्टल को हैक करने में उसकी भूमिका का पता चला था.

बोम्मई ने कहा कि सुरजेवाला ने एक ट्विटर हैंडल पर भरोसा कर 5,240 करोड़ रुपये के लेनदेन का आरोप लगाया है. उन्होंने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा, “उनके आरोप एक ट्विटर हैंडल पर छपी किसी बात पर आधारित हैं. अगर आप आरोप लगाने के लिए ट्विटर हैंडल पर भरोसा करते हैं, तो यह आपके मानसिक दिवालियेपन को दर्शाता है. कोई भी ट्विटर पर कुछ भी कह सकता है.”

मुख्यमंत्री ने कहा, “अगर आप किसी ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट पर भरोसा कर कहते हैं कि करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी हुई है, तो मैं स्पष्ट रूप से कहूंगा कि यह एक राष्ट्रीय पार्टी के प्रवक्ता को शोभा नहीं देता है.” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है और उनकी सरकार ने ही हैकर को गिरफ्तार किया है, घोटाले की जांच की, उसे बेनकाब किया और मामले को प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो और इंटरपोल को भेजा.

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