नयी दिल्ली, 24 अप्रैल कांग्रेस ने शनिवार को देश में कोविड-19 टीके की कमी का मुद्दा उठाया और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार को प्रचार और अनावश्यक परियोजनाओं पर खर्च करने के बजाय टीकों, ऑक्सीजन तथा अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार से सद्भाव से अपील है कि वह प्रचार व अनावश्यक परियोजनाओं पर खर्च करने के बजाय टीका, ऑक्सीजन एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दे।’’
कांग्रेस नेता ने सरकार को आगाह करते हुए कहा, ‘‘आने वाले दिनों में ये संकट और भी गहराएगा। इससे निपटने के लिए देश को तैयार करना होगा। वर्तमान दुर्दशा असहनीय है!’’
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस रोधी टीके की कमी नहीं होने का दावा खोखला है और अगर टीकाकरण के लिए पहुंचने वाले लोगों को अस्पतालों से वापस लौटना पड़ता है तो सरकार को भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा।
पूर्व गृह मंत्री ने देश में एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाए जाने के फैसले का स्वागत भी किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बहरहाल, हमें सरकार को आगाह करना है कि इस फैसले के साथ उसके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी भी आई है।’’
चिदंबरम ने कहा कि देश में पहली और सबसे बड़ी जरूरत टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करना है क्योंकि ऐसी बहुत सारी शिकायतें आ रही हैं कि टीके की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो पा रही है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘टीके की कमी नहीं होने का दावा खोखला और असत्य है।’’
कांग्रेस नेता के अनुसार, एक मई से टीकों की मांग बढ़ेगी, ऐसे में इनकी पूरी उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी और यदि लोगों को अस्पतालों से लौटना पड़ा तो सरकार को भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा।
चिदंबरम ने कहा कि आने वाले दिनों में टीके की भारी मांग की संभावना को देखते हुए सरकार को अभी तैयारियां करनी चाहिए।
इस बीच, कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने केंद्र एवं राज्यों के लिए टीके के अलग-अलग दाम को लेकर सवाल खड़ा किया।
रमेश ने ट्वीट किया, '' केंद्र और राज्यों के लिए अलग-अलग कीमतें। एसआईआई ने हाल ही में कहा कि सभी राज्यों एवं केंद्र के लिए नयी सरकारी खरीद के लिए टीके की कीमत 400 रुपये है। सच क्या है? राज्यों को एसआईआई से 400 रुपये (5.30 डॉलर) में टीका खरीदना होगा जोकि भारत में निर्मित टीके के लिए सबसे ऊंची कीमत है। ऐसा क्यों? कोविशील्ड के लिए 400 रुपये की कीमत अधिक है जिसे अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, सऊदी, बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका कम कीमत में खरीद रहे हैं।''
कांग्रेस नेता अजय माकन ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने संसदीय समिति की रिपोर्ट में दी गई उन सिफारिशों को नजरअंदाज किया जिसमें ऑक्सीजन की संभावित किल्लत की ओर ध्यान दिलाया गया था और सरकार से तैयारी करने को कहा गया था।
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