श्रीनगर, 15 नवंबर नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के लोकसभा सदस्य आगा रूहुल्ला मेहदी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस नेताओं को विशेष दर्जा बहाल करने के लिए जम्मू कश्मीर विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव की ‘‘गलत व्याख्या’’ करने का कोई अधिकार नहीं है।
श्रीनगर से सांसद, अनुच्छेद 370 के संबंध में एक दिन पहले किये गए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
खरगे ने पुणे में संवाददाता सम्मेलन के दौरान, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस दावे का विरोध किया था कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करने का इरादा रखती है।
मेहदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को पिछले सत्र में जम्मू कश्मीर विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव की गलत व्याख्या करने का कोई अधिकार नहीं है।’’
मेहदी ने कहा कि विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव का उद्देश्य वर्ष 1953 से 2019 तक ‘‘जम्मू कश्मीर की गारंटीकृत (विशेष) स्थिति’’ के सभी संशोधनों और असंवैधानिक निरस्तीकरण के प्रति लोगों की अस्वीकृति को व्यक्त करना था।
जम्मू कश्मीर विधानसभा ने छह नवंबर को एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र से विशेष दर्जा बहाल करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ बातचीत शुरू करने का आग्रह किया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)