कांग्रेस को गुजरात विस उपचुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद, लेकिन अबतक नहीं किए उम्मीदवार घोषित
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अहमदाबाद, 4 अप्रैल : कांग्रेस ने गुजरात में सभी पांच रिक्त विधानसभा सीट जीतने का विश्वास व्यक्त किया है, जिनपर सात मई को लोकसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव होंगे, लेकिन पार्टी ने अब तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. गुजरात में 26 लोकसभा सीट के लिए सात मई को मतदान होगा. इसीके साथ उसी दिन उन पांच विधानसभा सीट पर भी चुनाव होगा जो विधायकों के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई हैं. इनमें से चार सीट कांग्रेस और एक सीट निर्दलीय विधायक के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पहले ही कांग्रेस से आए चार विधायकों को टिकट दे दिया है, जिनमें कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रमुख अर्जुन मोढवाडिया और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं. वे विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद सत्तारूढ़ दल में शामिल हुए थे. वहीं, विपक्षी दल ने अब तक उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.

उपचुनाव के नतीजों का राज्य विधानसभा में सत्ता के ढांचे पर कोई असर नहीं पड़ेगा,क्योंकि भाजपा के पास सदन में प्रचंड बहुमत है. हालांकि नतीजे गुजरात में कांग्रेस के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि राज्य कभी उसका गढ़ होता था लेकिन वह यहां लगभग तीन दशकों से सत्ता से बाहर है. विजापुर, पोरबंदर, माणावदर, खंभात और वाघोडिया के मौजूदा विधायक दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे. इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों में सीजे चावडा (विजापुर), मोढवाडिया (पोरबंदर), अरविंद लदानी (माणावदर) और चिराग पटेल (खंभात) शामिल हैं. उनके अलावा वाघोडिया से निर्दलीय विधायक धर्मेंद्रसिंह वाघेला ने भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा ने इन सभी नेताओं को उपचुनाव के लिए टिकट दिया है जिन्होंने दिसंबर 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को हराया था.

26 मार्च को टिकट मिलने के बाद मोढवाडिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह एक आम पार्टी सदस्य के रूप में काम करेंगे और पोरबंदर विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा सीट पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे. वह प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के अलावा गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं और उन्होंने 2022 में भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबू बोखिरिया को शिकस्त दी थी. कांग्रेस गुजरात में लोकसभा चुनाव आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन करके लड़ रही है जहां उसने अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी को भावनगर और भरूच संसदीय सीट दी हैं. हालांकि गुजरात प्रदेश कांग्रेस प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल ने हाल में कहा था कि विधानसभा उपचुनाव के लिए ‘आप’ के साथ कोई गठबंधन नहीं है, क्योंकि 2022 के चुनाव में पार्टी ने पांच में से चार सीट जीती थीं.

कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि पार्टी उपचुनाव में जीत को लेकर आश्वस्त है. उन्होंने कहा,‘‘ हमें इन पांचों सीट पर जीत का पूरा भरोसा है. हम जल्द ही इन सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे.’’ गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या फिलहाल 13 है. गुजरात में इस समय कुल छह विधानसभा सीट रिक्त हैं. हालांकि, निर्वाचन आयोग ने विसावदर सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की है क्योंकि यहां से पूर्व विधायक भूपत भयानी के चुनाव को लेकर मामला गुजरात उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित है. विसावदर से ‘आप’ के टिकट पर जीतने वाले भयानी ने भी दिसंबर में इस्तीफा दे दिया था और बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे.