लखनऊ, 26 दिसंबर : कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लड़कियों का मैराथन नहीं होने देने का आरोप लगाते हुए रविवार को दावा किया कि बिना सरकारी बसों और सरकारी व्यवस्था के बिना ही दस हजार से अधिक लड़कियां झांसी में मैराथन में दौड़ने उतरीं. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रविवार को ट्वीट किया गया,'' योगी जी भीड़ जुटाकर लैपटॉप और मोबाइल बांट सकते हैं लेकिन मैराथन नहीं होने दे रहे हैं. लड़कियों के साथ इतना अन्याय क्यों.'' कांग्रेस ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में आरोप लगाया, '' बिना सरकारी बसें और सरकारी तंत्र लगाए, आज झांसी में दस हजार से अधिक लड़कियां 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' मैराथन में दौड़ने उतरीं. आज प्रदेश की हर लड़की इस नारे के साथ है.''
इसी ट्वीट में आगे कहा गया, ''योगी जी लड़कियों से इतने डरे हैं कि लखनऊ में मैराथन की अनुमति रद्द कर दी. लेकिन लड़कियां लड़ेंगी.'' गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ में मैराथन दौड़ प्रतियोगिता की अनुमति निरस्त किए जाने के बाद शनिवार की शाम को कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लखनऊ पुलिस आयुक्त के कैंप कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैराथन दौड़ प्रतियोगिता की अनुमति इसलिए नहीं मिली क्योंकि प्रदेश की लड़कियों का झुकाव कांग्रेस की तरफ दिख रहा है. यह भी पढ़ें : पैसों के साथ ATM मशीन भी उखाड़ ले गए चोर, लापरवाही के आरोप में 3 पुलिसकर्मी निलंबित
कांग्रेस महासचिव एवं उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा के निर्देश पर पार्टी को रविवार को राजधानी के गौतमपल्ली थाना इलाके के 1090 चौराहे से लड़कियों की मैराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन करना था. कांग्रेस नेताओं ने बताया कि अनुमति निरस्त होने के बावजूद बहुत सी लड़कियां रविवार की सुबह 1090 चौराहे पर पहुंची और सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी दर्ज कराई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने 'पीटीआई-' से शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने मैराथन दौड़ की अनुमति मांगी थी लेकिन इजाजत नहीं दी गई तो वे लोग इसके विरोध में प्रदर्शन करने आए थे.