इसके साथ ही सेना ने कहा कि यह हमलों से आम लोगों की सुरक्षा करेगी ।
अंगोला में हाल ही में हुई बैठक में स्थानीय नेताओं ने संघर्ष विराम को लेकर अल्टीमेटम जारी करते हुये कहा था कि हाल के महीनों में एम23 ने जिन शहरों पर कब्जा कर लिया है, वहां से भी उसे हटना होगा, नहीं तो पूर्वी अफ्रीकी क्षेत्रीय बल इसमें हस्तक्षेप करेंगे।
स्थानीय नेताओं के इस बयान के एक सप्ताह के भीतर ही सेना का यह ताजा बयान आया है ।
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (मोनुस्को) ने कहा है कि यह हिंसा मंगलवार को किशिशे गांव में हुयी और बड़ी संख्या में आम लोग हताहत हुये हैं। यह इलाका क्षेत्रीय राजधानी गोमा से करीब 70 किलोमीटर दूर है ।
एक स्थानीय नागरिक संस्था समूह ने बृहस्पतिवार को बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि ब्विटो के निकट खेतों से और अधिक संख्या में शव बरामद किये गये हैं ।
समूह ने कहा कि हमले के बाद से अन्य नागरिक लापता हैं ।
वहीं न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि मोनुस्को को इलाके में एम23 और माई-माई उग्रवादियों के बीच संघर्ष की खबरें मिली हैं ।
इस बीच कांगो की सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल सिल्वेन एकेंजी बोमुसा इफोमी ने बयान जारी कर किशिशे गांव में हुयी मौत के लिये रवांडा के सुरक्षा बलों और एम23 को जिम्मेदार बताया है ।
कांगो लंबे समय से रवांडा पर विद्रोहियों का समर्थन करने का आरोप लगाता आ रहा है जिससे उसने हमेशा इंकार किया है ।
एम23 के राजनीतिक प्रवक्ता लॉरेंस कन्यूका ने किशिशे गांव में हुयी हिंसा में उनके संगठन के शामिल रहने के आरोपों का खंडन करते हुये इसे आधारहीन करार दिया है ।
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