चीनी टीका लगाने से कैदी की मौत की आशंका, बहरीन में प्रदर्शन
कैदी हुसैन बाराकात की मौत को लेकर बुधवार की रात को दीयाह गांव में सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया. प्रदर्शनकारी किंग हमद बिन इसा अल खलीफा को बाराकात की मौत के लिए जिम्मेदार बताते हुए नारे लगा रहे थे.
कैदी हुसैन बाराकात की मौत को लेकर बुधवार की रात को दीयाह गांव में सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया. प्रदर्शनकारी किंग हमद बिन इसा अल खलीफा को बाराकात की मौत के लिए जिम्मेदार बताते हुए नारे लगा रहे थे. गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि बाराकात (48) जीवन रक्षक प्रणाली पर था और एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई. मंत्रालय ने कहा कि बाराकात को वायरस के लिए बिना नाम वाले टीके की दो खुराक लगाई गई थी.
बहरीन इंस्टीट्यूट फॉर राइट्स एंड डेमोक्रेसी ने कहा कि बाराकात को चीनी टीका सिनोफार्म लगाया गया था. संयुक्त अरब अमीरात की तरह बहरीन ने भी अपने यहां टीका लगाने के लिए सिनोफार्म पर भरोसा जताया लेकिन अब वे फाइजर-बायोएनटेक के टीका के बूस्टर शॉट की पेशकश कर रहे हैं.
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यूएई में कम रोग प्रतिरोधी क्षमता बनने की खबरें हैं जिसके बाद देश में मई में घोषणा की गई कि सिनोफार्म की दो खुराक लगवाने के छह महीने बाद वह बूस्टर की पेशकश करेगा.