सोशल मीडिया पर एक संदेश में, चीन की मुख्य खुफिया सेवा, सुरक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने एक बड़े जासूसी मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक दंपति शामिल है. उन्हें ब्रिटेन की विदेशी खुफिया एजेंसी ‘एमआई-6’ द्वारा कथित तौर पर भर्ती किया गया था तथा उनकी पहचान केवल उनके उपनाम वांग और झोऊ के रूप में हुई है. मंत्रालय ने कहा कि वांग 2015 में छात्र के तौर पर ब्रिटेन गया था और बाद में उसकी पत्नी भी उसके साथ रहने लगी. मंत्रालय ने कहा कि वांग को होटल में कमरे, देशभर की यात्राओं के खर्च और वित्तीय प्रोत्साहन दिए गए थे. यह भी पढ़ें: मेक्सिको के इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति बनेगी कोई महिला, Claudia Sheinbaum ने जीता चुनाव
इसने कहा कि दंपति चीन सरकार के लिए एक एजेंसी में काम करता था और सरकारी गोपनीय दस्तावेजों की देखरेख करता था, जिसे वे एमआई-6 को देते थे. मंत्रालय ने कहा कि मामले की अभी भी जांच चल रही है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के प्रवक्ता डेव पेरेस ने कहा कि ‘‘अपनी खुफिया एजेंसियों के काम पर टिप्पणी नहीं करना ब्रिटेन की नीति रही है.’’
ये आरोप हाल ही में ब्रिटिश अभियोजकों द्वारा कई लोगों पर चीनी अधिकारियों के लिए कथित तौर पर जासूसी करने के आरोप के बाद लगाए गए हैं.
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