देश की खबरें | मुख्य सचेतक जोशी ने राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका जताई, एसीबी में शिकायत की

जयपुर, पांच जून राजस्थान विधानसभा में गहलोत सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) की आशंका जताते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत की है। उन्होंने एसीबी से इस तरह की किसी आशंका को नाकाम करने का आग्रह किया है।

जोशी रविवार को यहां एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी से मिले और अपनी शिकायत सौंपी।

राजस्थान से राज्यसभा की चार सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होना है। कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को मैदान में उतारा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मीडिया कारोबारी और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को समर्थन देने के ऐलान भी किया है।

जोशी ने चंद्रा की उम्मीदवारी की तरफ इशारा करते हुए संवाददाताओं से कहा, “कोई व्यक्ति निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राज्यसभा चुनाव लड़े और उसका प्रस्तावक एक भी निर्दलीय विधायक न हो तो आखिर ये निर्दलीय विधायक आएंगे कहां से? ये विधायक सिर्फ और सिर्फ ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ से आ सकते हैं।”

जोशी ने कहा, “चूंकि, मैं मंत्री होने के साथ-साथ विधानसभा में राज्य सरकार का मुख्य सचेतक हूं, इसलिए मेरी जिम्मेदारी बनती है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सचेत करूं। उसे आगाह करूं कि राजस्थान में इस तरह की सुगबुगाहट है और ऐसी संभावनाएं बन सकती हैं।”

उन्होंने कहा, “इन संभावनओं के मद्देनजर एसीबी अपने आप को मुस्तैद रखे और ऐसे किसी भी प्रयास को नाकाम करे। ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ में पैसे लेने और देने वाला, दोनों ही दोषी हैं। मैंने अपनी शिकायत लिखित में एसीबी में दी है। जरूरत पड़ी तो हम यह शिकायत चुनाव आयोग को भी भेजेंगे।”

जोशी ने कहा कि अभी हम किसी व्यक्ति विशेष पर कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं, लेकिन हम किसी भी तरह के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे और राजस्थान में ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ नहीं होने देंगे।

उन्होंने कहा, “चंद्रा खुद को निर्दलीय कह रहे हैं, भाजपा भी उन्हें निर्दलीय बता रही है। पर एक भी निर्दलीय उनका प्रस्तावक नहीं...। वह कैसे निर्दलीय हैं? खुलकर कहना चाहिए कि भाजपा ने दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया है। लेकिन यह नहीं कह रहे... इसलिए ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।”

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