बेंगलुरु, 27 नवंबर मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों के बीच कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बुधवार को कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है और वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तथा आलाकमान से चर्चा के बाद निर्णय लेंगे।
उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस प्रमुख डी.के. शिवकुमार ने आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना का संकेत देते हुए मंगलवार को कहा था कि कुछ मंत्रियों को उनके कार्यकाल के बारे में ‘‘संदेश’’ दिया गया है।
इससे मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों को और बल मिला है।
परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। मंत्रिमंडल में फेरबदल मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष से सलाह-मशविरा करेंगे और इस पर आगे बढ़ेंगे, यह परंपरा रही है। मुझे नहीं पता कि वह क्या निर्णय लेंगे। यह आलाकमान से चर्चा के बाद किया जाना चाहिए।’’
शिवकुमार के बयान के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘वह (शिवकुमार) पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं, मुझे नहीं पता कि उन्होंने (कुछ मंत्रियों को) क्या संदेश भेजा है।’’
उन्होंने मुसलमानों के मताधिकार को समाप्त करने संबंधी एक मठ के महंत की टिप्पणी से संबंधित सवाल पर कहा कि संविधान के विपरीत टिप्पणी करना उचित नहीं है और किसी को भी इसके खिलाफ नहीं बोलना चाहिए तथा न ही इसके खिलाफ जाना चाहिए।
परमेश्वर ने कहा, ‘‘संभवतः उन्होंने (महंत) संविधान के सिद्धांतों और हर समुदाय एवं धर्म के लिए इसमें दिए गए अधिकारों तथा अवसरों का ठीक से अध्ययन नहीं किया है। संविधान में यह स्पष्ट है।’’
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