चेन्नई, छह मई तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को राज्य के राज्यपाल आरएन रवि पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि शासन के ‘द्रविड़ियन मॉडल’ को वे लोग नहीं समझ सकते जो जाति और धर्म के आधार पर लोगों के बीच भेदभाव करते हैं।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) अध्यक्ष स्टालिन ने सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा कि उन लोगों को जवाब देने की जरूरत नहीं है, जो द्रविड़ियन मॉडल पर सवाल उठाते हैं, क्योंकि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के चेहरे पर खुशी इसका जवाब दे देती है।
मुख्यमंत्री का बयान इस लिहाज से अहम है कि इसके पहले रवि ने बयान दिया था कि शासन का द्रविड़ियन मॉडल केवल एक ‘राजनीतिक नारा’ है और एक ‘समाप्त हो चुकी विचारधारा’ को बरकरार रखने का निराशाजनक प्रयास है।
स्टालिन सात मई, 2021 को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने कहा कि प्राचीन पुस्तक ‘तिरुक्कुरल’ में कहा गया है कि सभी लोग जन्म से समान हैं और शासन के द्रविड़ियन मॉडल का उद्देश्य ‘एलोरुक्कुम इलमम’ यानि ‘सभी के लिए सब कुछ’ है।
रवि का नाम लेने से बचते हुए स्टालिन ने कहा कि जो लोग अपनी सत्ता या अहंकार के कारण लोगों के बीच जाति और धर्म के आधार पर भेद करते हैं वे द्रविड़ियन मॉडल को नहीं समझ सकते।
मुख्यमंत्री ने बच्चों के लिए विशेष पोषण, छात्राओं को 1,000 रुपये की सहायता, सरकार द्वारा संचालित शहरी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा, राज्य द्वारा संचालित स्कूलों में छात्रों के लिए नाश्ता और किसानों को मुफ्त बिजली देने समेत सरकार के कई जन हितैषी कार्यों को गिनाया।
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