जयपुर, 26 सितंबर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने संसद में पारित कृषि संबंधी विधेयकों को किसानों के साथ विश्वासघात बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार को अपनी गलती मानते हुए इन विधेयकों को वापस लेना चाहिए।
पायलट ने एक वीडियो संदेश में कहा,‘‘राजनीतिक दल, किसानों के संगठन, अलग अलग लोग आज मुखर होकर यह बात बोल रहे हैं कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है।’’
पायलट के अनुसार,‘‘मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को अपनी गलती माननी चाहिए इन विधेयकों को वापस लेना चाहिए।’’
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे की ओर इशारा करते हुए पायलट ने कहा,‘‘आप (भाजपा) अपने कैबिनेट मंत्री को समझा नहीं पा रहे तो किसानों को क्या समझाएंगे। किसान सब समझता है कि भाजपा सरकार ने हमारे साथ विश्वासघात किया है और कांग्रेस हमेशा की तरह किसानों के साथ खड़ी है और खड़ी रहेगी।’’
पायलट ने इन विधेयकों को किसनों पर बहुत बड़ा प्रहार बताते हुए कहा,‘‘ मंडियों को खत्म करने से या न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लगभग खत्म करने से कहां से किसान का हित साधने की कोशिश यह सरकार करने जा रही है। मुझे लगता है कि यह बहुत जल्दबाजी में किया गया, राज्य सरकारों से सलाह नहीं की गयी।’’
उन्होंने कहा,‘‘हम सब चाहते हैं कि कृषि क्षेत्र में निवेश हो सुधार हों, लेकिन यह जो विधेयक बनाया गया है यह किसान विरोधी है ,देश विरोधी है और मैं समझता हूं कि हर नागरिक का अहित करता है। मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को अपनी गलती माननी चाहिए इन विधेयकों को वापस लेना चाहिए।’’
इसके साथ ही पायलट ने इन विधेयकों को पारित कराने के तरीकों को भी अलोकतांत्रिक बताया।
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