नयी दिल्ली, तीन दिसंबर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) नौवीं और 10वीं कक्षाओं के छात्रों के लिए विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के दो स्तर रखने पर विचार कर रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बोर्ड ने पहले से ही कक्षा 10 के छात्रों के लिए गणित के दो स्तर का प्रावधान कर रखा है। इसकी पाठ्यक्रम समिति ने इस विचार को मंजूरी दे दी है, जो नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप है। हालांकि, बोर्ड के शासी निकाय ने अभी तक अपनी मंजूरी नहीं दी है।
एनईपी के अनुसार, इन विषयों के मूल्यांकन दो स्तर पर किये जा सकते हैं, जिसमें कुछ छात्र ‘स्टैंडर्ड’ स्तर पर और अन्य ‘एडवांस’ स्तर पर विषयों का अध्ययन करेंगे।
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रस्ताव को पाठ्यक्रम समिति ने मंजूरी दे दी है। हालांकि, इसकी रुपरेखा पर काम किया जाना बाकी है। वर्तमान में, हमने 10वीं कक्षा में दो स्तरों पर केवल एक विषय के अध्ययन की अनुमति दे रखी है। गणित (स्टैंडर्ड) और गणित (बेसिक) के लिए पाठ्यक्रम समान है, जबकि बोर्ड परीक्षा में प्रश्न पत्र और प्रश्नों की कठिनाई का स्तर अलग-अलग होता है।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘कक्षा 9 और 10 के लिए दो स्तरों पर विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की पेशकश करने का उद्देश्य इन विषयों में रुचि रखने वाले छात्रों को कक्षा 11 में इन्हें रखने से पहले ‘एडवांस’ स्तर पर इनका अध्ययन करना है।’’
बोर्ड ने अभी तक इस विकल्प को शुरू करने की समयसीमा तय नहीं की है क्योंकि नये पाठ्यक्रम (एनसीएफ) के अनुसार, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और विकास परिषद (एनसीईआरटी) की पाठ्यपुस्तकें अभी तक तैयार नहीं हुई हैं।
सीबीएसई ने नयी एनसीएफ में की गई सिफारिश के अनुसार बोर्ड परीक्षाएं दो चरणों में कराने की योजना पर भी निर्णय अभी नहीं लिया है। शिक्षा मंत्रालय की प्रारंभिक योजना 2024-25 शैक्षणिक सत्र से इसे शुरू करने की थी। हालांकि, इसे टाल दिया गया है।
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