कोलकाता, 19 मार्च : करोड़ों रुपये के कोयला घोटाले (Coal scam) की जांच कर रही सीबीआई (सीबीआई) ने मामले में पश्चिम बंगाल और बांकुड़ा जिले में तैनात रहे दो लोकसेवकों को समन किया है. सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि सीबीआई ने आसनसोल के पूर्व पुलिस आयुक्त एलएन मीणा (Ln meena) और बांकुड़ा जिले के पूर्व जिलाधिकारी एस अरुण प्रसाद (S. Arun Prasad) को मामले में समन भेजा है.
उन्होंने बताया कि दोनों अधिकारियों को अगले हफ्ते जांच एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है. सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने कारोबारी अमित अग्रवाल को भी समन भेजा है जिन्हें घोटाले के सूत्रधार अनुप माझाी उर्फ लाला का करीबी माना जाता है.
सूत्रों ने बताया कि अग्रवाल को पूछताछ के लिए अगले हफ्ते सीबीआई के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है. उल्लेखनीय है कि मंगलवार को सीबीआई ने अग्रवाल के कुल्टी एवं दुर्गापुर स्थित परिसरों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी और कोलकाता स्थित उनके मुख्यालय की तलाशी ली थी.
सीबीआई फरार चल रहे माझी की तलाश कर रही है और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. एजेंसी ने कोलकाता स्थित माझी के कई परिसरों एवं कोयला खदान के क्षेत्र आसनसोल एवं रानीगंज के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है.
सीबीआई ईस्टर्न कोलफिल्ड के बंद पड़े खदानों से कोयले के अवैध खनन और हजारों करोड़ों रुपये के राजस्व को नुकसान पहुंचाने के मामले की जांच कर रही है. एजेंसी का मानना है कि इस अपराध में पैसे का लेनदेन हवाला के रास्ते से हो रहा था जिसकी जांच अब प्रवर्तनत निदेशालय भी कर रहा है.
सीबीआई ने इस मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा और उनकी रिश्तेदार मेनका गंभीर से भी पूछाताछ की है. बनर्जी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भांजे है. इस मामले में गंभीर के पति और ससुर से भी पूछताछ की गई है.