तिरुवनंतपुरम, 13 अप्रैल पिछले कुछ दिनों में केरल में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने सोमवार को कहा कि अभी पूरी तरह राहत नहीं मिली है क्योंकि पड़ोसी राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं जो कि चिंता की बात है ।
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि संक्रमण के मामले कम हों । हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं । पिछले कुछ दिनों के नतीजों को देखें तो हमें लगता है कि प्रयासों का फल मिल रहा है। हालांकि, सिर्फ मामले घटने से हम यह नहीं कह सकते है कि पूरी तरह राहत मिल गयी है । ’’
उन्होंने कहा, ‘‘केवल केरल में ही नियंत्रित होना काफी नहीं है । यह महामारी है । हमारे पड़ोसी राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं और यह चिंता की बात है । ’’
तमिलनाडु में संक्रमण के 1,075 मामले सामने आ चुके हैं और 11 लोगों की मौत हो चुकी है । कर्नाटक में संक्रमण के 247 मामले आए। कर्नाटक के कुल मामलों में छह लोगों की मौत हो चुकी है और 59 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है।
मंत्री ने कहा कि वायरस की प्रकृति ऐसी है कि एक समय संक्रमण के बहुत कम मामले रहते हैं और संक्रमण के संपर्क में आए लोगों की पहचान ना हो तो अचानक से यह मामले बढ़ जाते हैं ।
मंत्री ने कहा कि कभी नौ मामले आए लेकिन अगले दिन 24 लोग संक्रमित मिले । उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, इस वक्त हमें बहुत सावधान रहने की जरूरत है । यही संदेश हम देना चाहते हैं । कल केवल दो मामले थे। ’’
लोगों को पृथक वास भेजने में कड़ाई, संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने जैसे कदमों से राज्य में संक्रमण की संख्या में कमी आयी है ।
केरल में रविवार को संक्रमण के दो मामले आए और 36 लोग ठीक हो गए ।
राज्य में संक्रमण के सबसे ज्यादा 36 मामले कासरगोड में आए जिसमें 28 लोग ठीक हो चुके हैं।
वर्तमान में राज्य में विभिन्न अस्पतालों में 194 मरीजों का उपचार चल रहा है जबकि 1.16 लाख लोगों पर नजर रखी जा रही है और 179 लोग ठीक हो चुके हैं ।
दो लोगों की मौत हुई है ।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)