लंदन, 28 जून ब्रिटेन सरकार ने रविवार को कहा कि वह कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कुछ क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने की योजना बना रही है, क्योंकि नवीनतम आंकड़ों से पता चला है कि ब्रिटेन के जातीय अल्पसंख्यकों के बीच भारतीय मूल के लोग इस जानलेवा वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित लोगों की श्रेणी में आते हैं।
गृह मंत्री प्रीति पटेल ने लीसेस्टर में इस तरह के पहले स्थानीय लॉकडाउन की खबरों को ''सही'' बताया है। पूर्वी ब्रिटेन के इस क्षेत्र में भारतीय मूल के लोगों की अच्छी खासी तादाद है।
पटेल ने कहा, ''हम विशेष रूप से पिछले तीन या चार हफ्तों से देश भर में संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोतरी देख रहे हैं। लीसेस्टर में मदद भेजी जा रही है।''
उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर बढ़ोतरी को देखते हुए यही सही है कि हम संक्रमण की रोकथाम के लिये स्थानीय स्तर पर ही समाधान तलाशें। इसके तहत शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन कराने, जांच तेज करने समेत अन्य कदम उठाए जाएं। ऐसा करने से हम वायरस को फैलने से रोक सकते हैं। हमारे यहां संक्रमण चरम पर पहुंच सकता है।
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पटेल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ब्रिटेन में मृतकों की दैनिक संख्या में कमी आ रही है और चार जुलाई से लॉकडाउन पाबंदियों में ढील देने की तैयारी चल रही है। इसके तहत बार, रेस्त्रां और सिनेमाघर लोगों के लिये खोल दिये जाएंगे। हालांकि इस दौरान कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी गई है।
इस बीच, एनएचएस इंग्लैंड के नवीनतम आंकड़ों से पता चला है कि भारतीय मूल के 763 लोग अब तक कोविड-19 के चलते जान गंवा चुके हैं।
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